भारत में वैक्सीन जनवरी से, अब कोरोना का अंत तय, इन्होंने किया एलान

सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी मिलकर कोरोना वैक्सीन बना रही। उम्मीद है कि देश में अगले महीने से टीकाकरण अभियान शुरु हो सकता है।

Update: 2020-12-13 06:32 GMT

नई दिल्ली: भारत कोरोना वैक्सीन के बेहद करीब पहुंच गया है। जिस गति में कंपनियां वैक्सीन पर काम कर रही हैं और सरकार वैक्सीन के स्टोरेज, विस्तृत टीकाकरण पर तैयारी में लगी है, उससे स्पष्ट है कि लोगों को जल्द ही कोरोना का टीका मिल जाएगा। अब इसी कड़ी में वैक्सीन डेवलेप कर रही सीरम इंस्टीट्यूट की ओर से खुशखबरी आ रही है। बताया जा रहा है कि अगले महीने से देश में टीकाकरण अभियान की शुरुआत हो सकती है।

सीरम इंस्टीट्यूट की वैक्सीन जनवरी से आ सकती हैः

दरअसल, भारत में स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर कोरोना वैक्सीन बना रही। सीरम इंस्टीट्यूट ने इस महीने की शुरुआत में ही केंद्र सरकार की ड्रग कंट्रोल जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) से वैक्सीन के आपात इस्तेमाल के लिए अनुमति मांगी है। अब इस बारे में सीरम के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अदार पूनावाला ने जानकारी दी है कि इस माह के अंत तक देश में कोरोना वैक्सीन के आपात इस्तेमाल की अनुमति मिल सकती है।

 

देश में टीकाकरण अभियान की शुरुआत अगले महीने से संभव

उन्होंने बताया कि अगर ऐसा होता है तो नए साल के साथ ही लोगों को महामारी से निजात दिलाने के लिए वैक्सीन आ जाएगी। जनवरी से देश में टीकाकरण अभियान की शुरुआत हो सकती है। अदार पूनावाला ने उम्मीद जताई कि इस माह के अंत तक एसआईआई को वैक्सीन के आपात इस्तेमाल का लाइसेंस मिल सकता है, लेकिन उसके इस्तेमाल की अनुमति बाद में मिलेगी। ऐसे में जनवरी 2021 से भारत में कोरोना के खिलाफ टीकाकरण अभियान शुरू हो जाएगा।

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सरकार का जुलाई तक 30- 40 करोड़ वैक्सीन के डोज खरीदने का लक्ष्य

सीरम इंस्टीट्यूट वैक्सीन के डोज सरकार के लिए तो तैयार करेगा ही, साथ ही निजी बाजार के लिए भी तैयार करेगा। जानकारी के मुताबिक, केंद्र सरकार का अगले साल जुलाई तक 30 से 40 करोड़ वैक्सीन के डोज खरीदने का लक्ष्य है। वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की योजना देश की 20 से 30 फीसदी आबादी को कोरोनारोधी टीका देने की है। ऐसे में उन्होनें संभावना जताई कि अगले साल अक्तूबर तक देश की अधिकांश आबादी को कोरोना वैक्सीन का टीका लग जाएगा।

कोविशील्ड वैक्सीन ट्रायल के दूसरे और तीसरे चरण में

बता दें कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया चिम्पैंजी के एडेनोवायरस पर आधारित एक वैक्सीन को विकसित कर रही है। इस वैक्सीन का नाम कोविशील्ड है। सीरम इंस्टीट्यूट इसे एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के साथ मिलकर बना रही है। सीरम इंस्टीट्यूट की ये वैक्सीन ट्रायल के अपने दूसरे और तीसरे चरण में है। सीरम ने DCGI से भारत में इसके इमरजेंसी इस्तेमाल की अनुमति के लिए आवेदन किया है।

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