Delhi Assembly Election 2025: गृह मंत्री अमित शाह ने जारी किया संकल्प पत्र पार्ट-3, बोले- 1 लाख लोगों से लिया गया सुझाव
Delhi Assembly Election 2025: दिल्ली चुनाव में कम समय रह गया है और सियासी तापमान भी बढ़ गया है। इस बीच, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली चुनाव के लिए पार्टी के संकल्प पत्र का पार्ट-3 जारी किया;
Delhi Assembly Election 2025: दिल्ली चुनाव में कम समय रह गया है और सियासी तापमान भी बढ़ गया है। इस बीच, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को दिल्ली चुनाव के लिए बीजेपी के संकल्प पत्र का पार्ट-3 जारी किया। उन्होंने कहा कि 2014 से मोदी जी ने पॉलिटिक्स ऑफ परफॉर्मेंस को स्थापित किया है और बीजेपी ने हर चुनाव में अपने वादों को पूरा करने का गंभीर प्रयास किया। दिल्ली बीजेपी ने महिलाओं, युवाओं, मजदूरों, व्यापारियों और अन्य वर्गों से 1 लाख 8 हजार सुझाव लिए हैं, इसके अलावा 62 समूहों से बैठकें की गईं और 41 LED वैन के जरिए सुझाव मांगे गए।
केजरीवाल पर साधा निशाना
शाह ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि वे वादे करते हैं, लेकिन उन्हें पूरा नहीं करते। उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने बंगला नहीं लेने की बात कही थी, लेकिन 51 करोड़ रुपये उस बंगले की सजावट में खर्च कर दिए। इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि केजरीवाल ने दिल्ली में स्कूल, मंदिर और गुरुद्वारों को छोड़कर हर जगह शराब की दुकानें खोल दीं।
गृह मंत्री ने आगे कहा, दिल्ली में केजरीवाल ऐसी सरकार चला रहे हैं, जो वादे करते हैं, उन्हें पूरा नहीं करते हैं और फिर से झूठ के एक बहुत बड़े पुलिंदे और भोले से चेहरे के साथ जनता के सामने उपस्थित होते हैं। मैंने अपने राजनीतिक जीवन में इतनी सफाई से झूठ बोलने वाला व्यक्ति नहीं देखा है। केजरीवाल ने कहा था कि मैं, मेरी सरकार का कोई मंत्री सरकारी बंगला नहीं लेंगे। लेकिन इन्होंने बंगला लिया, यहां तक तो ठीक था, लेकिन 51 करोड़ से ज्यादा खर्च करके 4 बंगलों को एकसाथ मिलाकर इन्होंने एक शीश महल बना दिया। केजरीवाल ने कहा था कि 7 साल में मैं यमुना को एकदम शुद्ध कर दूंगा और कहा था कि मैं दिल्लीवालों के सामने यमुना में डुबकी लगाऊंगा।
मैं केजरीवाल जी को याद कराना चाहता हूं कि केजरीवाल जी दिल्ली की जनता आपकी उस विश्वप्रसिद्ध डुबकी की राह देख रही है कि कब आप डुबकी लगाओगे। इन्होंने (केजरीवाल और AAP ने) काम नहीं करने का एक नया तरीका ढूंढा है। कोई भी काम नहीं करना है तो ये कहते हैं कि हमें पूर्ण राज्य का दर्जा दे दीजिए। जब इन्होंने वादा किया और चुनाव लड़ा तो क्या इन्हें दिल्ली का स्टेटस मालूम नहीं था क्या! केवल बहाने बनाना इनकी फितरत है।