Delhi Assembly Session: 'मणिपुर जल रहा है, चीन ने गलवान में कब्ज़ा किया...PM मोदी चुप रहे', CM केजरीवाल का सवाल

Delhi Assembly Session Live Update: दिल्ली विधानसभा में मणिपुर​ हिंसा पर चर्चा के दौरान सदन में जमकर हंगामा हुआ। हंगामे के दौरान जितेंद्र महाजन सहित 4 विधायकों को सदन से बाहर निकाल दिया गया।

Update:2023-08-17 15:39 IST

Delhi Assembly Session Live Update: दिल्ली विधानसभा के विशेष सत्र का गुरुवार (17 अगस्त) को दूसरा दिन है। सदन में आज मणिपुर हिंसा (Manipur Violence) पर चर्चा शुरू हुई। तभी अचानक 'मोदी तेरे राज में, मणिपुर जल गया आग में' जैसे नारे गूंजने लगे। मणिपुर मुद्दे पर चर्चा की शुरुआत होते ही आम आदमी पार्टी (AAP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) विधायकों के बीच जमकर हंगामा और शोर-शराबा हुआ। इसके बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बोले आए और प्रधानमंत्री सहित पूरी केंद्र सरकार को घेरा।

दिल्ली विधानसभा में विशेष सत्र के दौरन अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी को घेरते हुए कहा, भाजपा विधायक कह रहे हैं कि मणिपुर उनके लिए मायने नहीं रखता। वो विधानसभा छोड़कर चले गए। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संदेश है कि मणिपुर से उनका कोई लेना देना नहीं। आप सोचिए, मणिपुर के लोगों के दिल पर क्या गुजर रही होगी? उन्होंने आगे कहा कि, मणिपुर घटना पर प्रधानमंत्री चुप हैं।'

मणिपुर में 4 हजार घर जलाए, भारत की थू-थू हुई

सीएम केजरीवाल ने सदन में कहा, 'मणिपुर में हिंसा के दौरान 4 हजार घर जलाए गए। राज्य से 60 हजार लोग बेघर हुए। 150 से अधिक लोगों की हिंसा में मौत हुई। करीब 350 धार्मिक स्थलों को निशाना बनाया गया। असम राइफल (Assam Rifle) और मणिपुर पुलिस (Manipur Police) के बीच गोलाबारी हुई। पूरी दुनिया में भारत की थू-थू हुई। लेकिन, देश के प्रधानमंत्री चुप रहे।

अगर बाप मुंह मोड़ ले, तो बेटियां कहां जाएंगी?

केजरीवाल ने आगे कहा, 'मणिपुर से एक घृणित वीडियो वायरल हुआ। जिसमें महिलाओं के साथ अत्याचार को देश और दुनिया ने देखा तब भी प्रधानमंत्री मोदी चुप रहे। मणिपुर के मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि वहां यह रोज हो रहा। अरविंद केजरीवाल बोले, घर में सब्जी ना बने, पानी नहीं आए तो पीएम को याद नहीं करते। मगर, जब सारे सिस्टम फेल हो जाएं तब लोग प्रधानमंत्री को याद जरूर करते हैं। उम्र के लिहाज से भी प्रधानमंत्री बेटियों के पिता के समान हैं। उन्होंने सवालिए लहजे में पूछा, अगर बाप मुंह मोड़ ले, तो बेटियां कहां जाएंगी?

'हाथ में हाथ डालकर मंदिर में घूमने से इश्क होता है'

विधानसभा में दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा, बीजेपी के लोग पानी पी-पीकर पंडित जवाहरलाल नेहरू (Pandit jawaharlal nehru) को गाली देते हैं। कम से कम नेहरू ने आंखों में आंखें डालकर चीन से युद्ध तो किया था। मैं आज देश के लोगों से पूछना चाहता हूं कि आपको बिजनेस करने वाला प्रधानमंत्री चाहिए या देश का सम्मान करने वाला। उन्होंने आगे कहा, हाथ में हाथ डालकर मंदिर में घूमने से इश्क होता है, कूटनीति नहीं होती। डिप्लोमेसी करने के लिए आंखें दिखानी होती हैं।'

महिला पहलवान का मुद्दा भी उठाया

केजरीवाल ने अपने संबोधन में महिला पहलवानों के धरने का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा, 'महिला पहलवानों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आश्वासन की उम्मीद थी। उम्र के लिहाज से भी पीएम बेटियों के पिता के समान हैं। अगर बाप मुंह मोड़ लें, तो बेटियां कहां जाएंगी।'

चीन ने गलवान में कब्ज़ा किया, मोदी चुप रहे

केजरीवाल ने सदन में चीन का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा, 'पड़ोसी चीन हमें आंख दिखा रहा है, ललकार रहा है, लेकिन प्रधनमंत्री मोदी चुप हैं। कहा, पीएम महाबलेश्वर में चीनी प्रधानमंत्री का हाथ पकड़कर उनके साथ चल रहे थे। जबकि, मई 2020 में चीन ने गलवान में भारतीय जमीन पर कब्जा कर लिया था। उन्होंने दिल्ली की 4 गुना जमीन पर कब्जा कर लिया था, बावजूद प्रधानमंत्री मोदी चुप रहे।'

नूंह हिंसा पर भी PM की चुप्पी

हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा पर सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा, 'इस हिंसा को देखकर दुनिया में भारत की थू-थू हुई। लेकिन, प्रधानमंत्री मोदी ने चुप्पी साध ली। थोड़े दिन पहले ही उन्होंने भाषण दिया। उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए, लेकिन बाद में उन नेताओं को अपनी पार्टी में शामिल कर लिया।' सीएम केजरीवाल का इशारा NCP और अजित पवार की तरफ था।

केजरीवाल ने उठाया अडाणी का मुद्दा

दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा में पीएम मोदी को घेरते-घेरते अडानी का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा, 'प्रधानमंत्री को कम से कम हिंडनबर्ग रिपोर्ट (Hindenburg Report) पर एक ट्वीट करना चाहिए था। लोग अब अटकलें लगा रहे हैं कि मोदी, अडानी मुद्दे पर चुप क्यों हैं? लाखों लोगों का पैसा डूब गया, मगर प्रधानमंत्री चुप रहे। चारों तरफ अफवाहों का बाजार गर्म रहा, ऐसा देश के लिए अच्छी बात नहीं है।'

क्या PM एक कमजोर, अहंकारी और भ्रष्ट प्रधानमंत्री हैं?'
उन्होंने आगे कहा, नीरव मोदी (Nirav Modi), मेहुल चौकसी (Mehul Choksi), विजय माल्या (Vijay Mallya) को देश से भगा दिया। देश जानना चाहता है कि इनसे प्रधानमंत्री आपकी क्या डील है? रिजर्व बैंक (RBI) के अनुसार, 16000 बिल्फुल डिफाल्टर हैं। उन पर ED और CBI की कार्रवाई क्यों नहीं की जाती? लेकिन हमारे प्रधानमंत्री चुप क्यों हैं? एक केंद्रीय मंत्री के बेटे ने यूपी के लखीमपुर खीरी में किसानों के ऊपर जीप चढ़ा दी। प्रधानमंत्री मोदी तब भी चुप रहे। इसी तरह हाथरस में दलित लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार हुआ, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी चुप रहे। उन्होंने सवाल पूछने के लहजे में कहा, क्या प्रधानमंत्री एक कमजोर, अहंकारी और भ्रष्ट प्रधानमंत्री हैं?'

आम आदमी पार्टी के एमएलए दुर्गेश पाठक (AAP MLA Durgesh Pathak) ने इस मसले पर चर्चा शुरू की। दुर्गेश पाठक बोले, 'आप (बीजेपी) मणिपुर पर भी संसद में चर्चा नहीं करते। यहां विधानसभा में भी चर्चा नहीं करने देते हैं। आप ही बताएं आखिर चर्चा कहां की जाए? आप कहते हैं कि मणिपुर कोई मसला ही नहीं है, कोई विषय नहीं है।'

स्पीकर ने बीजेपी नेताओं को सदन से बाहर किया

दिल्ली विधानसभा (Delhi Assembly) में मणिपुर​ हिंसा पर चर्चा के दौरान हंगामे के लिए जितेंद्र महाजन (Jitendra Mahajan) सहित 4 विधायकों को सदन से बाहर निकाल दिया। भाजपा के चारों विधायकों को सदन में मणिपुर हिंसा पर चर्चा का विरोध करने और हंगामा करने की वजह से स्पीकर ने बाहर निकाला दिया। मणिपुर मुद्दे पर AAP विधायक दुर्गेश पाठक अपनी बात रख रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ, मणिपुर में केंद्र सरकार की 'नाकामी' के खिलाफ विधानसभा में आम आदमी पार्टी के विधायक नारे लगाए। आप विधायक सदन में 'मोदी तेरे राज में, मणिपुर जल गया आग में' नारे लगा रहे हैं।

नेहरू ने मणिपुर को 'देश का गहना' कहा था

दिल्ली के राजेंद्र नगर सीट से AAP विधायक दुर्गेश पाठक ने कहा कि, 'एक समय पंडित जवाहरलाल नेहरू (Jawaharlal Nehru) ने मणिपुर को 'देश का गहना' कहा था। मणिपुर ने मीराबाई चानू (Mira bai Chanu) और मैरी कॉम (Mary Kom) जैसी महिला खिलाड़ी दी। उन्होंने कहा, 4 मई को पूरे हिन्दुतान ने देखा कि किस तरह बीजेपी शासित राज में महिलाओं के साथ अत्याचार हुआ। एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें दिखा कि महिलाओं के साथ अत्याचार हो रहा है। इस घटना को देख हर शख्स का सिर शर्म से झुक गया। मणिपुर में 100 दिनों से इंटरनेट बंद हैं।'

मणिपुर जल रहा था, पीएम जापान की यात्रा पर थे

उन्होंने कहा, '4 मई की घटना का एफआईआर दर्ज होने में 14 दिन लग गए। स्वयं मणिपुर की सरकार कहती है कि 55000 से अधिक लोग विस्थापित हो चुके हैं। 200 लोगों की हत्याएं हुई हैं। हजारों घर जलाए जा चुके हैं। जब मणिपुर जल रहा था उस समय प्रधानमंत्री मोदी जापान की यात्रा कर रहे थे।'

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