Delhi: अल्लाह और ओम एक...' अरशद मदनी के बयान पर जमीयत उलेमा-ए-हिंद के मंच पर बवाल, अन्य धर्मगुरूओं ने छोड़ा मंच

Delhi: मौलान अरशद मदनी ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत पर हमला बोलने के क्रम में कुछ ऐसा बोल दिया कि अन्य धर्म गुरू भड़क गए।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update:2023-02-12 14:44 IST

jamiat ulema e hind mahmood arshad madani  (photo: social media)

Delhi: दिल्ली के रामलीला मैदान में जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अधिवेशन में आज यानी रविवार को बड़ा बवाल हो गया। अधिवेशन के आखिरी दिन अन्य धर्म के धर्मगुरूओं को भी आमंत्रित किया गया था। इस दौरान मौलान अरशद मदनी ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत पर हमला बोलने के क्रम में कुछ ऐसा बोल दिया कि अन्य धर्म गुरू भड़क गए। उन्होंने मदनी के बयान के विरोध में फौरन मंच को खाली कर दिया।

दरअसल, अरशद मदनी मोहन भागवत के उस बयान का जवाब दे रहे थे, जिसमें उन्होंने कहा था कि हिंदू और मुसलमान के पूर्वज एक जैसे हैं। मदनी ने कहा कि यह बयान जाहिल जैसा है। इस पर जैन मुनि लोकेश ने मंच पर खड़े होकर विरोध जताया और कहा कि जोड़ने वाले कार्यक्रम में इस तरह की आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल क्यों ?

अल्लाह और ओम एक हैं - मदनी

मौलाना मदनी ने कहा, मैंने पूछा जब कोई नहीं था। न श्रीराम थे, न शिव थे और न ही ब्रह्मा थे। जब कोई नहीं था तो मनु पूजते किसको थे। कोई कहता है कि शिव को पूजते थे। बहुत कम लोग जानते हैं कि मनु ओम को पूजते थे। ओम कौन है ? बहुत से लोगों ने कहा कि उसका कोई रंग रूप नहीं है। वो दुनिया में हर जगह हैं। इन्हीं को तो हम अल्लाह और और आप ईश्वर कहते हैं। मदनी के इस बयान का वहां मौजूद अन्य धर्मों के संतों ने विरोध किया। जैन मुनि लोकेश अपना विरोध जताकर कार्यक्रम छोड़कर मंच से उतर गए। उनके बाद दूसरे धर्मों के संतों ने भी यही किया और कार्यक्रम बीच में ही छोड़कर निकल पड़े।

पैगंबर का अपमान मुसलमान सहन नहीं करेगा

अधिवेशन के दूसरे दिन भी जमीयत नेताओं के निशाने पर बीजेपी और आरएसएस रहे। मदनी ने कार्यक्रम के दौरान कहा कि मुसलमान पैगंबर का अपमान सहन नहीं करेगा। मोहम्मद साहब के खिलाफ बयान नहीं देना चाहिए। अरशद मदनी के इस बयान को नूपुर शर्मा विवाद से देखा जा रहा है।

बता दें कि इससे पहले कल यानी शनिवार को जमीयत प्रमुख और अरशद मदनी के भतीजे मौलान महमूद मदनी ने बड़ा बयान देते हुए कहा था कि इस्लाम धर्म भारत का सबसे पुराना मजहब है। यह खुदा के पहले पैगंबर की धरती है। इसलिए भारत पर जितना मोहन भागवत और नरेंद्र मोदी का हक है, उतना हमारा भी है। उन्होंने कहा कि हमें सनातन धर्म से कोई शिकायत नहीं है, आपको इस्लाम से कोई शिकायत नहीं होनी चाहिए।

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