Arvind Kejriwal arrest: CM केजरीवाल अब सुप्रीम कोर्ट के द्वार, याचिका दायर, दिल्ली HC के फैसले को दी चुनौती

Delhi Liquor Scam Case: जस्टिस स्वर्णकांता शर्मा ने अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी की याचिका पर फैसला सुनाते हुए कहा था कि दिल्ली के मुख्यमंत्री न सिर्फ इस पूरी साजिश में शामिल थे, बल्कि रिश्वत लेने और इस क्राइम को लेकर जो चीजें हुईं, वो उसमें भी शामिल थे।

Report :  Viren Singh
Update:2024-04-10 09:31 IST

Delhi liquor scam case: (सोशल मीडिया)   

Delhi liquor scam case: आबकारी घोटाले मामले में जेल में बंद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को दिल्ली हाई कोर्ट से उनकी एक याचिका खारिज होने के बाद उन्होंने अब सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। आम आदमी पार्टी (AAP) ने हाईकोर्ट से राहत नहीं मिलने और कोर्ट के फैसले खिलाफ के खिलाफ बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। बीते मंगलवार को दिल्ली हाई कोर्ट ने केजरीवाल को ईडी की गिरफ्तारी की चुनौती देने वाली याचिका को सुनवाई करते हुए तथ्यों के आधार पर खारिज कर दिया था और केजरीवाल की गिरफ्तारी को वैध करार दिया था।

‘आप’ जल्द सुनवाई की करेगी मांग

मिली जानकारी के मुताबिक, अरविंद केजरीवाल के वकील बुधवार सुबह करीब 10.30 बजे सुप्रीम कोर्ट के समक्ष केस मेंशन करेंगे। साथ ही, शीर्ष अदालत से इस केस में जल्द सुनवाई की मांग करेंगे, ताकि दिल्ली के मुख्यमंत्री को जल्द से राहत मिल सके और वो बाहर आ सके हैं। आबकारी घोटाले मामले में केजरीवाल इस वक्त दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद हैं। उन्हें कल उम्मीद थी कि हाईकोर्ट से राहत मिल जाए और बाहर आ जाएं, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी द्वारा की गई गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली याचिका खारिज अदालत ने खारिज कर दिया। कोर्ट ने कहा कि यह याचिका जमानत के लिए नहीं बल्कि गिरफ्तारी की चुनौती देने के लिए है। ईडी के पास केजरीवाल की गिरफ्तारी के लिए पर्याप्त सबूत हैं और उनकी गिरफ्तारी अवैध नहीं है। कोर्ट राजनीतिक आधार पर नहीं बल्कि कानून के आधार पर काम करती है।

केजरीवाल की याचिका पर कोर्ट के तर्क

जस्टिस स्वर्णकांता शर्मा ने अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी की याचिका पर फैसला सुनाते हुए कहा था कि दिल्ली के मुख्यमंत्री न सिर्फ इस पूरी साजिश में शामिल थे, बल्कि रिश्वत लेने और इस क्राइम को लेकर जो चीजें हुईं, वो उसमें भी शामिल थे। वे खुद शराब नीति बनाने के साथ-साथ रिश्वत का पैसा जमा करने में भी शामिल थे। इस केस में जो बयान दर्ज हुए हैं, ये स्टेटमेंट अदालत के समक्ष दर्ज किए गए थे। हाईकोर्ट ने इस दौरान स्पष्ट शब्दों में कहा कि अदालत कानून से चलती। है, सियासी दबाव से नहीं। याचिकर्ता मनी लॉन्ड्रिंग केस मामले में गिरफ्तार हुए है। मुख्यमंत्री समेत किसी को भी कोई विशेष विशेषाधिकार नहीं दिया जा सकता। जांच और पूछताछ के मामले में कोई व्यक्ति भले ही सीएम क्यों न हो, उसे विशेष छूट नहीं दी जा सकती है।

21 मार्च को केजरीवाल हुए गिरफ्तार

बता दें कि इस मामले में ईडी कई आप के बड़े नेताओं को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। इसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और संजय सिंह सहित कई और अन्य लोग शामिल हैं। ईडी ने केजरीवाल को नौ समन के बाद आवास पर हुई लंबी पूछताछ के बाद 21 मार्च को गिरफ्तार किया था। उसके बाद रिमांड के लिए ईडी ने दिल्ली की राउज एवेन्यू की स्पेशल कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने दो बार केजरीवाल को रिमांड में भेजा। उसके बाद 1 अप्रैल को दूसरी रिमांड अविध खत्म होने के बाद पेशी में आए अरविंद केजरीवाल को ईडी की दलील सुनने के बाद स्पेशल कोर्ट ने 15 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। केजरीवाल तिहाड़ जेल में बंद हैं।

अन्य नेता भी जेल में बंद

इसी मामले में पूर्व मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी तिहाड़ जेल में बंद हैं। सतेंद्र जैन भी इसी जेल में बंद है। कुछ दिनों तक संजय सिंह भी तिहाड़ में बंद थे। लेकिन सुप्रीम कोर्ट के जमातन मिलने के बाद वह अभी बाहर हैं और लगातार केंद्र सरकार पर हमला बोल रहे हैं।

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