Delhi Liquor Scam Case: अरविंद केजरीवाल के खिलाफ शिकायत पर फैसला सुरक्षित, समन के बार-बार उल्लंघन करने पर कोर्ट पहुंची थी ईडी

Delhi Liquor Scam Case: सीएम अरविंद केजरीवाल और उनके कुछ बड़े करीबी नेताओं के लिए चर्चित कथित आबकारी नीति घोटाला गले की फांस बन गया है।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update:2024-02-07 12:31 IST

Arvind Kejriwal    (फोटो: सोशल मीडिया )

Delhi Liquor Scam Case: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनकी आम आदमी पार्टी के कई दिग्गज नेता इन दिनों कोर्ट-कचहरी और एजेंसियों की कार्रवाई से परेशान हैं। कथित शराब घोटाला, जल बोर्ड घोटाला समेत कई ऐसे मामले में जिनकी जांच सीबीआई और ईडी जैसी केंद्रीय एजेंसियां कर रही हैं। सबसे ताजा मामला विधायकों के खरीद-फरोख्त करने के आरोप से जुड़ा है, जिसकी जांच दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच कर रही है।

सीएम अरविंद केजरीवाल और उनके कुछ बड़े करीबी नेताओं के लिए चर्चित कथित आबकारी नीति घोटाला गले की फांस बन गया है। पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और राज्यसभा सांसद संजय सिंह लंबे समय से सलाखों के पीछे हैं और अब दिल्ली सीएम पर भी गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। सीबीआई द्वारा घंटों पूछताछ करने के बाद अब प्रवर्तन निदेशालय भी उनसे सवाल-जवाब करना चाहती है लेकिन केजरीवाल इसके लिए तैयार नहीं हैं।

एजेंसी द्वारा अभी तक पांच समन उन्हें जारी किया जा चुका है लेकिन एक में भी अरविंद केजरीवाल पेश नहीं हुए। पांचवें समन पर पेश न होने पर ईडी उनके खिलाफ कोर्ट पहुंच गई। 3 फरवरी को राऊज एवेन्यू कोर्ट में एजेंसी की ओर से दिल्ली सीएम के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई, जिस पर आज यानी बुधवार 7 फरवरी को सुनवाई हुई। जानकारी के मुताबिक, अदालत ने दोनों पक्षों को सुनकर फैसला सुरक्षित रख लिया है।

ईडी की शिकायत में क्या है ?

कोर्ट में ईडी की ओर से दिल्ली सीएम के खिलाफ जो शिकायत दर्ज कराई गई है, उसमें कहा गया कि पीएमएलए की धारा 50 के तहत जारी समन का अनुपालन नहीं किया गया है। इस धारा के तहत अगर एजेंसी किसी व्यक्ति को पूछताछ के लिए नोटिस जारी करती है तो उसे होना जरूरी है। अरविंद केजरीवाल के विरूद्ध आईपीसी की धारा 174 के तहत शिकायत दर्ज कराई गई है।

कब-कब जारी हुए समन ?

आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल के विरूद्ध प्रवर्तन निदेशालय कथित आबाकारी नीति घोटाला मामले में पूछताछ के लिए पांच समन जारी कर चुकी है। पहला समन बीते साल 2 नवंबर को भेजा गया था। इसके बाद 21 दिसंबर, 3 जनवरी, 18 जनवरी और फिर 3 फरवरी को भेजा गया। दिल्ली सीएम ने इन सभी समनों को राजनीति से प्रेरित बताते हुए एजेंसी के सामने पेश होने से इनकार कर दिया था। उन्होंने आरोप लगाया कि लोकसभा चुनाव से पहले केंद्र सरकार उन्हें गिरफ्तार कराना चाहती है।

ईडी की कल की कार्रवाई पर बोला हमला

प्रवर्तन निदेशालय ने दिल्ली जल बोर्ड घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में मंगलवार सुबह सीएम अरविंद केजरीवाल के पीए बिभव कुमार, राज्यसभा सांसद और आम आदमी पार्टी के कोषाध्यक्ष एनडी गुप्ता समेत आम आदमी पार्टी से जुड़े लोगों के ठिकानों पर रेड मारी थी। कल पूरे दिन छापेमारी चली। एजेंसी की इस कार्रवाई पर दिल्ली सीएम ने हमला बोलते हुए कहा, मेरे PA के घर आज 16 घंटे ED के 23 अफ़सरों ने रेड की। गहन छानबीन के बाद उन्हें कुछ नहीं मिला। एक पैसा नहीं मिला, कोई ज्वैलरी नहीं या किसी प्रकार की कोई संपत्ति नहीं, कोई काग़ज़ नहीं।

इन्होंने मनीष सिसोदिया के यहाँ रेड की, वहाँ कुछ नहीं मिला। इन्होंने सत्येन्द्र जैन के यहाँ रेड की, वहाँ कुछ नहीं मिला। इन्होंने संजय सिंह के यहाँ रेड की, वहाँ कुछ नहीं मिला। क्या ED किसी के भी घर में ऐसे ही बिना किसी कारण घुस सकती है? क्या ये सरासर गुंडागर्दी नहीं है? इस से साफ़ है कि ये सभी रेड और गिरफ़्तारियाँ केवल राजनीतिक द्वेष के तहत की जा रही हैं, हमें परेशान करने के लिए, आम आदमी पार्टी को कुचलने के लिए दो साल हो गये जाँच करते करते। एक नया पैसा या कोई सबूत नहीं मिला। ये देश क़ानून और संविधान से चलता है। भारत देश किसी की बपौती नहीं है। ये देश 140 करोड़ लोगों का है। इस क़िस्म की गुंडागर्दी लोग क़तई बर्दाश्त नहीं करेंगे

कल की रेड में ईडी ने असली चेहरा दिखा दिया – आतिशी

दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मंगलवार की कार्रवाई को लेकर केंद्र और ईडी को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा, ईडी ने कल अपने 16 घंटे की रेड में सीएम अरविंद केजरीवाल के पीए बिभव कुमार और आम आदमी पार्टी के कोषाध्यक्ष एनडी गुप्ता के घर एक भी कागज नहीं ढूंढा। कमरे की तलाशी नहीं ली। इतनी देर बैठ कर केवल 2 gmail accounts का डेटा लिया, और उनके 3 फ़ोन लिए। अब तो ED ने झूठे केस या जाँच का कोई दिखावा भी छोड़ दिया। इन्होंने अपना असली रूप सामने रख दिया है। भाजपा की ED की ये पूरी पूरी जाँच सिर्फ़ केजरीवाल जी और AAP को कुचलने की एक गंदी साज़िश है।


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