Delhi MCD Result 2022: जीत के बाद भी आप का मेयर बनने पर है संशय, चंडीगढ़ मॉडल की क्यों हो रही चर्चा

Delhi MCD Result 2022: एमसीडी में बहुमत का आंकड़ा 126 है और आप को इससे ज्यादा 134 सीटों पर जीत मिली है। नतीजों को देखकर लगता है कि आम आदमी पार्टी आराम से अपना मेयर बना लेगी लेकिन हकीकत इसके विपरीत है।

Update:2022-12-08 10:57 IST

Delhi MCD Result 2022 (Social Media)

Delhi MCD Result 2022: आम आदमी पार्टी ने स्पष्ट जनादेश के साथ पहली बार दिल्ली नगर निगम का चुनाव जीता है। पार्टी ने दूसरे प्रयास में एमसीडी का किला फतह कर बीजेपी के 15 साल लंबे शासन का अंत कर दिया। साल 2017 के चुनाव में आप बीजेपी को सत्ता से बेदखल नहीं कर पाई थी। एमसीडी में बहुमत का आंकड़ा 126 है और आप को इससे ज्यादा 134 सीटों पर जीत मिली है। नतीजों को देखकर लगता है कि आम आदमी पार्टी आराम से अपना मेयर बना लेगी लेकिन हकीकत इसके विपरीत है।

लगातर चौथी बार जीत से मरहूम रहने वाली बीजेपी ने अभी तक मेयर के पद पर से दावा नहीं छोड़ा है। 104 सीटें हासिल कर सत्ता की लड़ाई में आम आदमी पार्टी से पिछड़ने वाले भाजपा अब अगली लड़ाई की तैयारी में जुट गई है, जो कि मेयर पद के लिए होने वाला है। नतीजों पर गौर करें तो 250 वार्डों वाले एमसीडी में आप को 134, बीजेपी को 104, कांग्रेस को 9 और निर्दलीय के खाते में तीन सीटें गई हैं।

मेयर पद पर कायम है बीजेपी का दावा

दिल्ली में बुधवार को जब मतदान चल रहा था, तब भाजपा नेता का दावा कर रहे थे कि दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी का ही मेयर बनेगा। प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता शुरू – शुरू में आप को 100 के अंदर समेटने का दावा कर रहे थे लेकिन शाम होते-होते उनकी पार्टी इस आंकड़े के आसपास सिमट गई। आप से पिछड़ने के बावजूद भाजपा नेताओं ने मेयर पद पर दावा नहीं छोड़ा है। नतीजों के बाद बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, कांटे की टक्कर में भले वे मुझसे आगे निकल गए हैं, मगर यह समय बताएगा कि मेयर किसका होगा। मेयर के चुनाव में पार्षद अपना वोट अपनी अंतरात्मा की आवाज पर देते हैं।

बीजेपी क्यों दे रही चंडीगढ़ का उदाहरण

एमसीडी के चुनाव में आम आदमी पार्टी से पिछड़ने के बावजूद बीजेपी मेयर पद पर अपना दावा ठोंक रही है, इसके पीछे ठोस वजह भी है। दरअसल, पार्षदों के ऊपर विधानसभा या संसद की तरह दलबदल का कानून लागू नहीं होता है। इसका मतलब ये कि अगर वे नगर निगम में अपनी पार्टी के फैसले के विरूद्ध जाते भी हैं, तो उनकी पार्षदी खतरे में नहीं पड़ेगी। बीजेपी दावे से संकेत मिल रहा है कि मेयर के चुनाव के समय क्रॉस वोटिंग हो सकती है।

भाजपा नेता बकायदा चंडीगढ़ मेयर चुनाव का उदाहरण भी दे रहे हैं। बीजेपी आईटी सेल के मुखिया अमित मालवीय ने ट्वीट कर इस ओर इशारा कर दिया है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, दिल्ली में मेयर कौन होगा ये पार्षदों के मतदान पर निर्भर करेगा के वे किस तरह से वोट करते हैं। मिसाल के तौर पर चंडीगढ़ में बीजेपी का मेयर है।

दरअसल, पिछले साल चंडीगढ़ नगर निगम में आम आदमी पार्टी को जीत मिली थी। बीजेपी यहां भी एमसीडी की तरह आप से पिछड़ गई थी। लेकिन जब मेयर के चुनाव का समय आया तो बीजेपी ने बाजी मार ली। पार्टी ने कांग्रेस के बागी पार्षदों के सहयोग से चंडीगढ़ में अपना मेयर बना लिया। आप के कुछ पार्षदों के वोट भी अमान्य हो जाने के कारण ये लड़ाई आसान हो गई थी।

जानें क्यों आप का बिगड़ा है समीकरण

एमसीडी चुनाव में आप को जितनी बड़ी जीत की उम्मीद थी, वो नहीं मिल सकी। पार्टी को मुस्लिम बहुल इलाकों में ज्यादा समर्थन नहीं मिला, यहां कांग्रेस ने अच्छा प्रदर्शन किया है। केजरीवाल विधानसभा चुनाव की तरह यहां प्रचंड जनादेश हासिल नहीं कर सके। उनके सामने निगम में बीजेपी जैसे मजबूत विपक्षी पार्टी होगी, जो किसी भी सूरत में मेयर का पद हासिल करना चाहती है।

आप नेता खुद इस बात की तस्दीक करते हैं कि कुछ कांग्रेस पार्षद और निर्दलीय बीजेपी के कैंप में जाने के लिए तैयार बैठे हैं। उनका कहना है कि बीजेपी उनके संभावित मेयर उम्मीदवार को निशाना बना सकती है। हालांकि, आप नेता ने दो टूक कह दिया कि यदि हमारे पार्षदों को खरीदने की कोशिश की जाएगी तो हम भी बीजेपी के पार्षदों को अपने पाले में लाने की कोशिश करेंगे।

सिसोदिया और मालवीय के बीच ट्विटर पर छिड़ा युद्ध

दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर बीजेपी पर आप पार्षदों को प्रलोभन देने का आरोप लगाया है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, बीजेपी का खेल शुरू हो गया। हमारे नवनिर्वाचित पार्षदों के पास फ़ोन आने शुरू हो गये। हमारा कोई पार्षद बिकेगा नहीं। हमने सभी पार्षदों से कह दिया है कि इनका फ़ोन आये या ये मिलने आयें तो इनकी रिकॉर्डिंग कर लें।

सिसोदिया के इस ट्वीट पर बीजेपी आईटी सेल हेट अमित मालवीय ने पलटवार करते हुए कहा, चेक कर लो सिसोदिया, कहीं केजरीवाल ही तो फ़ोन नहीं करवा रहा। और जहां तक बिकने का सवाल है, पार्षद छोड़ो, केजरीवाल, सत्येन्द्र और ख़ुद तुम बिकाऊ हो। जिस पार्टी ने MCD के टिकट बेचे हो, उसके लिए ये डर स्वाभाविक भी है। शराब घोटाले के सरग़ना से ऐसी संस्कारी ट्वीट्स अच्छी नहीं लगती। इस ट्वीट के साथ मालवीय ने एक वीडियो भी शेयर किया है।


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