Delhi Rape Case: यौन शोषण के आरोपी बाबा विनोद कश्यप की जानें पूरी कुंडली, धर्म के नाम पर चलाया धंधा और जमा कर ली अकूल दौलत

Delhi Rape Case: लोगों की आस्था और भावना से खिलवाड़ कर कुछ शातिर लोगों ने धर्म का चोला ओढ़ लिया और मजबूर एवं असहाय लोगों का शोषण करने लगे।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update: 2023-10-12 07:59 GMT

Delhi Rape Case: इस देश में धर्म के नाम पर व्यापार करने वाले कई बाबाओं के चेहरे से नकाब उतर चुके हैं। कई हाईप्रोफाइल बाबा तो अदालतों के चक्कर काट रहे तो कुछ सलाखों के पीछे पहुंच चुके हैं। लोगों की आस्था और भावना से खिलवाड़ कर कुछ शातिर लोगों ने धर्म का चोला ओढ़ लिया और मजबूर एवं असहाय लोगों का शोषण करने लगे।

ऐसे शातिर बाबाओं की सूची में एक और नाम दर्ज हो गया है, जिसे दिल्ली पुलिस ने दो महिलाओं का कथित यौन शोषण करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। आरोपी 33 वर्षीय विनोद कश्यप है, जो दावा करता था कि भगवान की उस पर कृपा है और वह अपने शरण में आए हर व्यक्ति के सारे दुख दूर कर देगा। खुद को बाबा बताने वाले इस शख्स ने इन्हीं बातों का सहारा लेकर कईयों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ करता रहा।

बाबा विनोद कश्यप पर क्या हैं आरोप ?

दिल्ली के रहने वाले बाबा विनोद कश्यप के निशाने पर खासतौर पर पारिवारिक परेशानी से जूझ रहीं महिलाएं हुआ करती थीं। वो उनकी दिक्कतों और मजबूरियों का फायदा उठाकर उनका रेप करता था और फिर बाद में ब्लैकमेल कर उनका यौन शोषण करने के साथ-साथ पैसे भी वसूलता था। करीब-करीब वही पैटर्न है, जो ऐसे कुकर्मों में लिप्त अन्य बाबाओं द्वारा किए गए हैं। गाजियाबाद के लोनी की 3-4 महिलाओं ने द्वारका थाने में जाकर बाबा विनोद कश्यप के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद उसे गिरफ्तार किया गया।


पीड़िता ने बताई आपबीती

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, विनोद कश्यप बाबा माता मसानी चौकी दरबार के नाम से अपना आश्रम चला रहा था। एक पीड़िता ने अपनी पहचान जाहिर न करने की शर्त पर बताया कि वह अपने पति के साथ बाबा मसानी के पास गई थी। उसके घर में काफी दिक्कत चल रही थी। बाबा ने कष्ट दूर करने का वादा कर पहले उसे विश्वास में लिया और फिर दीक्षा के रूप में 5 लाख रूपये मांगे। महिला ने इतने पैसे देने से मना कर दिया। पीड़िता का आरोप है एक दिन जब वह बाबा के आश्रम में गई तो उसे प्रसाद में नशीला पदार्थ मिलाकर खिलाया गया और फिर बाबा ने उसका रेप किया। बाबा अब उसे ब्लैकमेल कर रहा है।


लोगों को इस तरह फंसाता था बाबा

बाबा विनोद कश्यप के निशाने पर कम-पढ़े लिखे लोग ज्यादा होते थे। वह गांवों में धार्मिक जुलूसों और कार्यक्रमों में शामिल होता था। इस दौरान वह भाषण देकर लोगों को अपनी ओर आकर्षित करने की कोशिश करता था। वह दावा करता था कि उसके पास बांझपन से लेकर घरेलू समस्याओं तक के हल हैं। वैवाहिक और पारिवारिक समस्या से जूझ रहीं महिलाएं बाबा के बातों में आकर अपने महंगे गहने बेचकर उन्हें पैसे दिया करती थीं।


फर्श से अर्श तक का सफर

पुलिस ने अपनी जांच-पड़ताल में पाया कि खुद को बाबा बताने वाला विनोद कश्यप 25 हजार रूपये महीने की पगार पर एक अस्पताल में काम किया करता था। इसके बाद उसे धर्म के नाम पर धंधा करने की तरकीब सूझी। उसने नौकरी छोड़ी और खुद के बारे में बड़ी-बड़ी बातें करने लगा। वह लोगों के निजी और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के समाधान का दावा करने लगा। शुरू में उसने द्वारका स्थित अपने दो मंजिला मकान में ही दरबार लगाना शुरू किया।

जिसके बाद धीरे-धीरे उसके अनुयायियों की संख्या बढ़ती गई और आसपास के क्षेत्रों में उसका नाम होने लगा। इसी के साथ उस पर धनवर्षा होने लगी। हजारों की पगार वाला विनोद कश्यप अचानक अब लाखों रूपये कमाने लगा। उसने इन पैसों से जमकर संपत्ति बनाई। उसकी शादी भी हो चुकी है और तीन बच्चे भी हैं। बाबा विनोद कश्यर सोशल मीडिया पर खासा एक्टिव है। YouTube चैनल पर उसके 900 से अधिक वीडियो अपलोड हैं और सब्सक्राइबर्स की संख्या भी 34 हजार से ज्यादा है।

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