कौन हैं डॉ. वेणुगोपाल जिन्हे पद्म भूषण से किया गया था सम्मानित, देश की संसद में भी हुई थी तारीफ
Dr. P. Venugopal: नई दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के पूर्व डायरेक्टर डॉ. पी. वेणुगोपाल का 82 साल की अवस्था में मंगलवार को निधन हो गया।
Dr. P. Venugopal: देश में पहला ह्रदय प्रत्यारोपण कर हार्ट फेल्योर के मरीजों को नई जिंदगी देने वाले डॉ. पी. वेणुगोपाल का कल यानी मंगलवार को फरीदाबाद में निधन हो गया। आज बुधवार को लोधी रोड स्थित श्मशान घाट में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। डॉ. पी. वेणुगोपाल ही वो पहले डॉक्टर है जिन्होंने नई दिल्ली एम्स में देश का पहला हृदय प्रत्यारोपण को सफलतापूर्वक किया था। इन्होने अपने जिंदगी में 50000 से अधिक ओपन हार्ट सर्जरी की हुई थी। ये न सिर्फ भारत के बल्कि दुनिया के कार्डियक सर्जन के सफल डॉक्टरों में से एक थे। डॉ. पी. वेणुगोपाल दिल्ली एम्स के पूर्व निदेशक भी रह चुके थे।
संसद में हुई थी तारीफ
डॉ. पी. वेणुगोपाल मूलरूप से आंध्र प्रदेश के रहने वाले थे। इन्होने 17 वर्ष की अवस्था में 1959 में एम्स में एमबीबीएस में दाखिला लिया था। जिसके बाद इन्होने एम्स से ही मास्टर ऑफ सर्जरी (एमएस) और कार्डियक सर्जरी में सुपर स्पेशियलिटी की पढ़ाई भी की। साल 1970-71 में इन्होने एम्स में बतौर फैकल्टी ज्वाइन किया। एम्स के कार्डियक सर्जरी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. एके बिसोई ने कहा कि तीन अगस्त 1994 को डॉ. वेणुगोपाल के नेतृत्व में एम्स में देश का पहला सफल हृदय प्रत्यारोपण किया गया। यह चिकित्सा क्षेत्र के लिए बड़ा क्षण था। आज देश में हर वर्ष 200 से अधिक मरीजों की हृदय प्रत्यारोपण सर्जरी होती है। एम्स के डॉक्टर बताते हैं कि जब देश में पहली बार सफल हृदय प्रत्यारोपण हुआ था तब देश के संसद में सभी सांसदों ने खड़े होकर उनकी प्रशंसा की थी। और तालियां भी बजाई थी।
1998 में मिला पद्म भूषण
अपने जीवनकाल में वेणुगोपाल ने कुल 26 मरीजों का हृदय प्रत्यारोपण किया था। देश में पहला लेफ्ट वेंट्रिकुलर असिस्ट डिवाइस भी उन्होंने ही प्रत्यारोपित किया था। इसी के साथ इन्होने 50 हजार ओपन हार्ट सर्जरी भी की थी। चिकित्सा क्षेत्र में उनके कार्यों को देखते हुए वर्ष 1998 में उन्हें पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। इनके नाम कई अन्य उपलब्धियां भी शामिल हैं।