Honey Trap Case: पाकिस्तान की महिला जासूस के पीछे पागल था DRDO वैज्ञानिक, महाराष्ट्र एटीएस की चार्जशीट में बड़ा खुलासा

Honey Trap Case: कुरुलकर पर आरोप है कि उन्होंने पाकिस्तान को अत्यंत खुफिया जानकारी लीक की। वो फिलहाल न्यायिक हिरासत में होने के कारण जेल में हैं। एटीएस उनके खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर चुकी है।

Update:2023-07-08 14:41 IST
DRDO scientist pradeep kurulkar (photo: social media )

Honey Trap Case: पाकिस्तान की कुख्यात खुफिया एजेंसी आईएसआई लगातार भारत के रक्षा क्षेत्र से जुड़े लोगों का हनी ट्रैप करने की कोशिश में लगी रहती है। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के वैज्ञानिक प्रदीप कुरुलकर भी आईएसआई के इस जाल में फंस गए। बीते दिनों ही महाराष्ट्र एटीएस ने उन्हें पुणे से गिरफ्तार किया था। कुरुलकर पर आरोप है कि उन्होंने पाकिस्तान को अत्यंत खुफिया जानकारी लीक की। वो फिलहाल न्यायिक हिरासत में होने के कारण जेल में हैं। एटीएस उनके खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर चुकी है।

महाराष्ट्र पुलिस के आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने चार्जशीट में डीआरडीओ के वैज्ञानिक प्रदीप कुरुलकर को लेकर बड़ी खुलासा किया है। एजेंसी ने बताया कि आईएसआई ने उन्हें हनी ट्रैप करने के लिए एक महिला एजेंट को लगाया था, जिसने अपना नाम जारा दासगुप्ता बताया था। आरोप पत्र में बताया गया कि वैज्ञानिक महिला की खूबसूरती के पीछे पागल थे। उन्होंने भारत के डिफेंस प्रोजेक्ट और मिसाइल सिस्टम के बारे में कई गोपनीय जानकारी उस महिला तक पहुंचाई।

चार्जशीट में और क्या बताया गया ?

महाराष्ट्र एटीएस ने अपनी चार्जशीट में बताया कि पाक एजेंट जारा दासगुप्ता ने खुद को ब्रिटेन में सॉफ्टवेयर इंजीनियर बताया था। उसके और वैज्ञानिक कुरुलकर के बीच वॉट्सएप मैसेजिंग के साथ-साथ वॉयस और वीडियो कॉल के जरिए बातचीत होती रहती थी। उसने वैज्ञानिक को अश्लील मैसेज और वीडियो भी भेजे थे। जांच एजेंसी ने बताया कि कुरुलकर ने महिला से सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों, ड्रोन, अग्नि मिसाइल लॉन्चर्स, ब्रह्मोस और यूसीवी सहित कई बड़े और संवेदनशील प्रोजेक्ट के बारे में बातचीत की। एटीएस ने बताया कि पाक महिला एजेंट कई और संवेदनशील जानकारियां डीआरडीओ वैज्ञानिक से हासिल करने की कोशिश में जुटी थीं।

भनक लगते ही नंबर कर दिया था ब्लॉक

आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) के अनुसार, वैज्ञानिक कुरुलकर और महिला पाक एजेंट जून 2022 से दिसंबर 2022 तक एक दूसरे के संपर्क थे। डीआरडीओ को जब प्रदीप कुरुलकर की कुछ गतिविधियां संदिग्ध लगीं तो उन्होंने इसकी आतंरिक जांच शुरू करवाई। इंटरनल इनक्वायरी की भनक लगते ही कुरुलकर ने फरवरी 2023 में जारा का नंबर ब्लॉक कर दिया था। एटीएस ने बताया कि जांच में महिला का आईपी एड्रेस पाकिस्तान का निकला था, जिसके बाद सारी तस्वीर साफ हो गई।

कब हुए थे गिरफ्तार कुरुलकर

रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) में लैब निदेशक के पद पर कार्यरत रक्षा वैज्ञानिक प्रदीप कुरुलकर को आखिरकार 3 मई 2023 को आधिकारिक गोपनीयता एक्ट के तहत गिरफ्तार कर लिया गया था। जिसके बाद उन्हें अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजा गया।

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