नई दिल्ली: पहनावे को लेकर त्रिपुरा की बीजेपी सरकार का एक फैसला इन दिनों वहां के विपक्षी दलों को आलोचना करने का एक मौका दे दिया है। त्रिपुरा सरकार ने इस संबंध में एक ज्ञापन जारी किया जिसमें कहा गया है कि ऑफिशियल ड्यूटी के दौरान अधिकारी जींस, डेनिम वीयर और धूप के चश्मे लगाने से बचें। सरकार के इस फैसले की सीपीएम और कांग्रेस ने आलोचना की है। ये मेमोरेंडम 20 अगस्त को जारी किया गया।इसके पहले पूर्व मुख्यमंत्री माणिक सरकार के कार्यकाल में भी अफसरों को जेब से हाथ बाहर रखने के निर्देश थे।
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त्रिपुरा में बिपल्ब देब सरकार ने अपने अफसरों और कर्मचारियों से कहा है कि वो ड्यूटी के दौरान जींस, कार्गो पैंट्स और काला चश्मा ना पहने क्योंकि यह अनादर का प्रतीक है।
त्रिपुरा प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष, तापस डे ने इस आदेश को 'सामंती मानसिकता' करार दिया है। तापस डे का कहना है कि सरकार ने बुनियादी समस्याओं को नजरअंदाज कर दिया है। ये सब मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए है।
सीपीएम के प्रवक्ता गौतम दास ने तो इस ज्ञापन की आलोचना करते हुए कहा यह अंग्रेजों के अधीन औपनिवेशिक शासन की याद दिलाता है। हम एक लोकतांत्रिक देश हैं। यह अब औपनिवेशिक शासन नहीं है। वे पहनने को लेकर कैसे आदेश दे सकते हैं।