ED ने जब्त की यादव सिंह की संपत्ति, पैसे लेकर बिल्डरों को फायदा पहुंचाने के हैं आरोप
नोएडा: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने नोएडा के पूर्व चीफ इंजीनियर यादव सिंह की संपत्ति की। ईडी ने सोमवार (16 जनवरी) को यादव सिंह की 19.2 करोड़ की संपत्ति जब्त की। यादव सिंह पर पैसे लेकर बिल्डरों को फायदा पहुंचाने के आरोप हैं। नोएडा ग्रेटर नोएडा और यमुना विकास प्रािधकरण के पूर्व चीफ इंजीनियर यादव सिंह पर ईडी का शिकंजा कसता जा रहा है।
फिलहाल वह डासना जेल में बंद हैं। इसी मामले में फरार चल रही यादव सिंह की पत्नी कुसुमलता और ठेकेदार पंकज जैन की आंशिक संपत्ति सीबीआई ने दिसंबर में सीज कर ली थी। हालांकि कोर्ट ने इस पर नाराजगी जताते हुए सीबीआई को निर्देशित दिया था कि आरोपियों की तमाम संपत्ति को कुर्क करके 20 जनवरी तक रिपोर्ट कोर्ट में पेश की जाए।
गौरतलब है कि गत साल सपा सरकार के करीबी माने जाने वाले अफसर यादव सिंह को सीबीआई ने अपने शिकंजे में लिया था। आयकर विभाग ने 900 करोड़ रुपए की संपत्ति के मालिक यादव सिंह के घर पर छापा मारा था। इस छापेमारी में दो किलो सोना,100 करोड़ के हीरे, 10 करोड़ कैश के अलावा कई दस्तावेज मिले थे।
12 लाख रुपए सलाना सैलरी पाने वाले यादव सिंह और उनका परिवार 323 करोड़ की संपत्ति का मालिक बना बैठा था। यादव सिंह पर आरोप है कि उसके पास करीब 60 कंपनियां हैं। इस मामले में यादव सिंह की पत्नी अब तक फरार चल रही हैं।
यादव सिंह के शहर में दो आलीशान मकान और जमीनें हैं। इसमें एक मकान सेक्टर-27 और दूसरा सेक्टर-51 में है। सेक्टर-51 मकान उनकी पत्नी के नाम है। कोर्ट के आदेश के बाद प्रवर्तन निदेशालय ईडी ने कुल 19.92 करोड़ रुपए की संपंत्ति सीज की।
सूत्रों की मानें तो यह संपत्ति यादव सिंह की काली कमाई का बड़ा हिस्सा है। 20 जनवरी तक शेष संपत्ति को भी सीज कर रिपोर्ट कोर्ट में पेश की जाएगी।