Munawwar Rana Passesaway: मशहूर शायर मुनव्वर राना का निधन, पीजीआई में चल रहा था इलाज
Munawwar Rana Death: उर्दू के मशहूर शायर मुन्नवर राना का देर रात दिल का दौरा पड़ने से लखनऊ में निधन हो गया।
Munawwar Rana Passes Away: मशहूर शायर मुन्नवर राना का रविवार देर रात इलाज के दौरान दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। बीते दिनों तबियत बिगड़ने पर मुनव्वर राना को लखनऊ के पीजीआई अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बीमारी से जूझ रहे मुन्नवर राना ने 71 वर्ष की उम्र में अंतिम सांस ली। उर्दू और हिन्दी में तरह-तरह की गजलें लिखने वाले कवि और शायर मुन्नवर राणा की पंक्तियां लोगों को खूब पसंद आती रही हैं।
अभी जिंदा है मां मेरी मुझे कुछ भी नहीं होगा, मैं घर से जब निकलता हूं दुआ भी साथ चलती है…, ऐ अँधेरे! देख ले मुँह तेरा काला हो गया, माँ ने आँखें खोल दीं घर में उजाला हो गया… माँ पर लिखे अपने शब्दों को जब-जब राना साहब पढ़ते थे तब-तब श्रोताओं के आंखों से आंसू कब छलक गये पता ही नहीं चलता था।मालूम हो कि मुन्नवर राना का जन्म 1952 में रायबरेली में हुआ। हालांकि कुछ समय बाद वह कोलकाता चले गये। इससे इनकी पढ़ाई लिखाई भी कोलकाता में हुई। दरअसल, मुनव्वर राना की दोनों किडनी खराब हो चुकी थीं। हफ्ते में दो बार डायलिसस हो रही थी। इसके साथ ही अन्य बीमारियों से भी ग्रसित थे। इलाज के दौरान ही अचानक दिल का दौरा पड़ने से इंतक़ाल हो गया।
जब यूपी से पलायन की बात की
मुन्नवर रानाकविताओं और ग़ज़लों के अलावा अपने बयानों को लेकर भी सुर्ख़ियों में बने रहते थे। कई बयान ऐसे रहे, जो काफी चर्चा में रहे। 2022 में यूपी में विधानसभा चुनाव के दौरान भी बड़ा बयान दिया था। उन्होंने कहा था यदि यूपी में योगी आदित्यनाथ की सरकार आयेगी तो पलायन कर जायेंगे। सरकार बनने के बाद लोगों ने इस पर तरह तरह की बातें भी की।
अखिलेश ने दी श्रद्धांजलि
मुन्नवर राना के निधन पर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व सपा के मुखिया अखिलेश यादव ने ट्वीट करके श्रद्धांजलि दी। उन्होंने ने लिखा तो 'अब इस गांव से, रिश्ता हमारा खत्म होता है। फिर आंखें खोल ली जाएं कि सपना खत्म होता है।'