Indian Famous Richest Baba: इन बाबाओं का किसी मंत्री नेता से कम नहीं भौकाल, करोड़ों-अरबों की संपत्ति के हैं मालिक

Indian Famous Richest Baba: इन बाबाओं का भौकाल मंत्री नेता से कम नहीं। उनके दरबार में प्रधानमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक हाजिरी लगाते रहे हैं। करोड़ों–अरबों रूपये का इनका साम्राज्य है।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update:2023-02-19 16:10 IST

देश के ये बाबा अरबों की संपत्ति के मालिक हैं: Photo- Social Media

Indian Famous Richest Baba: हम और बाप बचपन से सुनते आए हैं कि भारत ऋषि –मुनियों का देश है। इस पवित्र धरती पर एक से बढ़कर विद्वान साधु-संतों ने जन्म दिया है और समाज को एक नई दिशा दी है। ये सिलसिला आधुनिक दौर में भी जारी है। आधुनिक भारत में भी ऐसे कई साधु –संत हुए हैं या हैं, जिनका भौकाल मंत्री नेता से कम नहीं। उनके दरबार में प्रधानमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक हाजिरी लगाते रहे हैं।

हालांकि, इनमें से कईयों पर गंभीर आरोप भी लगे, जिसके कारण कुछ को सलाखों के पीछे जाना पड़ा। लेकिन फिर भी इनका रतबा कम नहीं हुआ। इनके समर्थकों की इनमें अकाट्य श्रद्धा जारी है। करोड़ों – अरबों रूपये का इनका साम्राज्य लोगों को सोचने के लिए मजबूर कर देता है। तो चलिए आज हम आपको कुछ ऐसे ही बाबाओं के बारे में बताएंगे, जिनका नेटवर्थ जानकर आप हैरत में पड़ जाएंगे।

आइये जाने प्रसिद्ध अमीर बाबाओं का बारे में (Top Famous Indian Richest Baba Net Worth)

बाबा रामदेव (Baba Ramdev)

योग को देश औऱ दुनिया के घर-घर में पहुंचाने वाले योग गुरू बाबा रामदेव आज किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। एक गरीब परिवार से निकलकर दुनियाभर में एक ब्रैंड बनने वाले बाबा रामदेव हजारों करोड़ का साम्राज्य खड़ा कर लिया है। हर्बल और एफएमसीजी उत्पाद बनाने वाली पंतजलि का कोई न कोई उत्पाद हमारे-आपके घर में जरूर मौजूद होता है। बाबा रामदेव की कुल संपत्ति करीब 20 हजार करोड़ रूपये है। बाबा रामदेव का विवादों से भी गहरा नाता रहा है। उनके एक बयान ने देश में आयुर्वेद बनाम एलोपैथी पर बहस करवा दिया था, जिसे लेकर रामदेव की काफी आलोचना हुई थी। इसके अलावा कोरोना महामारी के दौरान कोरोनील दवा से वायरस का उपचार करने के दावे से भी उनकी भारी फजीहत हुई थी।

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आचार्य बालकृष्ण (Acharya Balakrishna)

अधिकांश लोग मानते हैं कि पतंजलि बाबा रामदेव की कंपनी है। लेकिन हकीकत इससे बिल्कुल अलग है। रामदेव केवल कंपनी के ब्रांडिंग प्रमोटर हैं, जिनके चेहरे का इस्तेमाल कंपनी मार्केंटिंग के लिए करती है। इस कंपनी के ज्यादातर हिस्से के मालिक उनके बालसखा आचार्य बालकृष्ण हैं। कॉरपोरेट मंत्रालय के मुताबिक, कंपनी की 93 प्रतिशत हिस्सेदारी आचार्य बालकृष्ण के पास है। आचार्य बालकृष्ण ही 40 हजार करोड़ की कंपनी पतंजलि आयुर्वेद के सीईओ, एमडी और चेयरमैन हैं। उनकी व्यक्तिगत संपत्ति कुल 25 हजार करोड़ रूपये है। इसलिए उन्हें देश का सबसे धनी बाबा भी माना जाता है।

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श्रीश्री रविशंकर (Shri Shri Ravishankar)

आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्रीश्री रविशंकर को भारत के उन प्रभावशाली बाबाओं में गिना जाता है, जिनके अनुयायी न केवल देश में बल्कि विदेशों में भी हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, श्रीश्री के दुनिया के 151 देशों में 30 करोड़ शिष्य हैं। उन्हें आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन, फॉर्मेसी और हेल्थ सेंटर से सलाना करीब 1000 करोड़ की कमाई होती है।

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सद्गुरू जग्गी वासुदेव (Sadhguru Jaggi Vasudev)

सद्गुरू जग्गी वासुदेव दक्षिण भारत से आने वाले एक जाने माने एक आध्यात्मिक गुरू हैं। उन्होंने 1992 में तमिलनाडु में ईशा फाउंडेशन की नींव रखी थी। मौजूदा समय में इस संगठन में 20 लाख स्वयंसेवक हैं, जो योग, पर्यावरण और सामाजिक कार्य क्षेत्रों में सक्रिय हैं। तमिलनाडु के कोयंबटूर के अलावा अमेरिका में भी इसके सेंटर हैं। ईशा फाउंडेशन संयुक्त राष्ट्र के सामाजिक परिषद में सलाहकार का पोजिशन पा चुकी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जग्गी वासुदेव का नेटवर्थ 15 मिलियन डॉलर से अधिक है।

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महर्षि महेश योगी (Maharishi Mahesh Yogi)

योग और आध्यात्मिक गुरू महर्षि महेश योगी अब इस दुनिया में नहीं हैं। लेकिन उनसे जुड़े किस्से आज भी चर्चा में हैं। महर्षि महेश योगी से विश्व के नामचीन लोग बेहतर स्वास्थ्य और आध्यात्मिक सीखते थे। वह लोगों को ट्रान्सेंडैंटल मेडिटेशन सिखाते थे, ताकि लोग अपने अंदर झांक सकें। ताकि लोग खुशी अपनी खुशी को महसूस कर सकें और अपने हर पल का आनंद उठा सकें। उनके शिष्यो में पूर्व पीएम इंदिरा गांधी से लेकर आध्यात्मिक गुरू दीपक चोपड़ा, प्रसिद्ध विदेशी गायक डोनोवन और यूके के रॉक बैंड शामिल थे।

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उन्होंने ऋषिकेश में 18 एकड़ में विशाल आश्रम बना रखा था, जो अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस था। यहां उनके विदेशी मेहमान ठहरा करते थे। इसके बाद 1970 के दशक में गुरू महर्षि महेश योगी और उनके शिष्य आश्रम छोड़कर नीदरलैंड चले गए थे। नीदरलैंड जाकर उन्होंने राम नाम की मुद्रा शुरू की थी। 1,5 और 10 रूपये के इन नोटों को 2003 में वहां की सरकार ने मान्यता भी दे दी थी। 12 जनवरी 1918 को जन्मे महर्षि योगी का 5 फरवरी 2008 को निधन हो गया था। इनके पास कुल 60 हजार करोड़ रूपये की संपत्ति थी।

सत्य साईं बाबा (Satya Sai Baba)

आंध्र प्रदेश के पुट्टापर्थी में रहने वाले सत्य साईं बाबा को देश का सबसे अमीर बाबा माना जाता है। 24 अप्रैल 2011 को उनका निधन हो गया था। मृत्यु के बाद उनके कमरे से करीब 98 किलो सोना, 307 किलो चांदी और 11.56 करोड़ की नकदी बरामद हुई थी। सत्य साईं की संपत्ति करीब 64 हजार करोड़ रूपये की थी। उनके दरबार में दक्षिण भारत के राज्यों के मुख्यमंत्रियों के अलावा प्रधानमंत्री भी हाजिरी लगाते थे।

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आसाराम बापू (Asaram Bapu)

आसाराम बापू किसी जमाने में देश के सबसे प्रभावशाली आध्यात्मिक गुरुओं में शुमार थे। पश्चिम भारत के कई राज्यों में उनके नाम पर चौक – चौराहे के नाम तक रखे गए। उनके दरबार में देश के दिग्गज सियासतदांओं की हाजिरी लगती थी। मौजूदा पीएम नरेंद्र मोदी भी उनका आर्शीवाद लेने उनके मंच पर गए थे। लेकिन धर्म का चोला ओढ़कर पाप का काम करने वाले आसाराम की सच्चाई एक दिन सबके सामने आ गई। पॉवर कॉरिडोर में जबरदस्त पहुंच रखने के बाद भी उन्हें कोई बचा नहीं सका। आसाराम सगी बहनों से रेप के मामले में आजीवन उम्रकैद की सजा काट रहे हैं। उनके देश में 400 आश्रम और लाखों अनुयायी हैं। देश में दर्जनों उत्पाद उनके नाम से बिकते हैं। आसाराम का नेटवर्थ 2300 करोड़ रूपये का है।

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बाबा राम रहीम (Baba Ram Rahim)

डेरा सच्चा सौदा प्रमुख बाबा गुरमीत राम रहीम सिंह हरियाणा और पंजाब में खासा असर रखता है। हत्या और रेप जैसे गंभीर मामले में दोषी पाए राम रहीम को उम्रकैद की सजा मिली हुई है। हरियाणा सरकार द्वारा पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में दाखिल रिपोर्ट के मुताबिक, डेरा सच्चा सौदा के पास 1600 करोड़ की संपत्ति है। अकेले सिरसा में उसके पास 1453 करोड़ की संपत्ति है। इसके अलावा राज्य के हर जिले में डेरा सच्चा सौदा की करोड़ों की संपत्ति है। गुरमीत राम रहीम सिंह के सियासी दखल का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि चुनावों में राजनीतिक दलों के पास उनका समर्थन पाने के लिए होड़ लगी रहती है। रोहतक के सुनारिया जेल में बंद राम रहीम को पिछले साल 3 बार पैरोल मिला था, जो उसके प्रभाव को दर्शाता है। 

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