सीहोर : मध्य प्रदेश में किसानों को तमाम राहत देने के सरकार के दावों के बावजूद किसान कर्ज और सूदखोरों से परेशान होकर आत्महत्या करने पर मजबूर हो रहे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जनपद सीहोर में कथित तौर पर एक और किसान ने आत्महत्या कर ली है।
इसके साथ ही चौहान के गृह जनपद में बीते 12 दिनों में आत्महत्या करने वाले किसानों की संख्या छह हो गई है। नया मामला सीहोर जिले की इच्छावर तहसील के पालखेड़ी गांव का है, जहां एक किसान बाबू लाल (40) ने बुधवार को कथित तौर पर कर्ज से परेशान होकर जहर खा लिया था। गंभीर हालत में उसे जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां गुरुवार को उसकी मौत हो गई।
इच्छावर थाने के प्रभारी एम. आर. खान ने शुक्रवार को बताया कि किसान की आत्महत्या की जानकारी उन्हें मीडिया से मिली, मगर पीड़ित परिवार ने अब तक कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई है।
अतिरिक्त जिलाधिकारी (एडीएम) चंद्रमोहन मिश्र ने बताया कि उन्होंने इच्छावर क्षेत्र के अनुविभागीय अधिकारी, राजस्व (एसडीओ) को निर्देश दिया है कि वह किसान के गांव जाकर आत्महत्या के कारण का पता करें।
इससे पहले मुख्यमंत्री के गृह जनपद सीहोर में पांच किसान जान दे चुके हैं। गुरुवार को ही मुख्यमंत्री चौहान के विधानसभा क्षेत्र बुदनी के किसान शत्रुघ्न मीणा ने सूदखोर से परेशान होकर जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी। इसके अलावा दोहरा थाना क्षेत्र के जिमोनिया खुर्द में बंशीलाल (54), जजना गांव में पांच लाख रुपये के कर्जदार दुलीचंद्र, नसरुल्लागंज के लाचौर गांव के डेढ़ एकड़ भूमि के किसान मुकेश यादव (23), सिद्दीकीगंज थाना क्षेत्र के बापचा गांव के 75 वर्षीय बुजुर्ग किसान खाजू खां ने बीते दिनों आत्महत्या कर ली थी।