वकीलों ने SC में दायर की याचिका, सरकार के फैसले को रद्द करने की लगाई गुहार

Update: 2016-11-10 11:29 GMT

नई दिल्ली: केंद्र सरकार के 500 और 1000 रुपए के नोट बंद करने के मामले में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर फैसले को रद्द करने की गुहार लगाई गई है। याचिकाकर्ता वकील संगम लाल पांडेय और विवेक नरायन शर्मा ने अपनी याचिका में कहा है कि इस फैसले से आम लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। 500 और 1000 रुपए के नोट बंद होने के कारण शादी वाले घरों में भी काफी परेशानियां आ रही है।

याचिका में क्या कहा गया?

-शर्मा ने 39 पेज की याचिका दायर की है।

-याचिका में कहा गया है कि सरकार ने कानून की संवैधानिक नियमों का पालन करने में विफल रही है।

-याचिका में केंद्रीय वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग की ओर से जारी की गई अधिसूचना को तानाशाही करार दिया गया है।

-याचिका में दावा किया गया है कि नागरिकों को 500 और 1000 रुपए के नोटों को बदलने के लिए लोगों को उचित समय नहीं दिया गया है।

-नोट के बंद होने की वजह से नई फसलों पर भी काफी असर पड़ेगा।

-वहीं इस फरमान के जारी होने के बाद लोग अस्पतालों में मरने की स्थिति में आ गए हैं।

-लोगों के पास दवाएं लेने से लेकर डॉक्टर की फीस देने तक के लिए पैसे नहीं हैं।

पांडेय ने अपनी याचिका में क्या कहा?

-सरकार के इस फैसले से लोग मानसिक तौर पर परेशान हुए हैं।

-इस याचिका में शादियों में होने वाले खर्च, इलाज खर्च और ग्रामीण लोगों को स्थितियों को ध्यान में रखते हुए इस सरकारी आदेश को वापस लिए जाने की गुहार लगाई गई है।

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