नई दिल्ली : देश में राष्ट्रपति और पीएम के बाद जो सबसे ताकतवर व्यक्ति होता है वो है वित्त मंत्री। कुछ अपवाद छोड़ दिए जाएं तो अधिकतर वित्त मंत्री आगे चल कर पीएम या राष्ट्रपति बने। वहीं कुछ नेताओं ने पीएम रहते हुए वित्तमंत्री का पद अपने पास रखा। इनमें नेहरू इंदिरा और राजीव गांधी शामिल हैं।
देखिए वित्त मंत्रियों का खास सफर
मोरारजी देसाई दो बार वित्तमंत्री रहे। 13 मार्च 1958 से 29 अगस्त 1963 और इसके बाद 13 मार्च 1967 से 16 जुलाई 1969 तक देसाई वित्त मंत्री रहे। इसके बाद वो 24 मार्च 1977 को पीएम बने और 28 जुलाई 1979 तक इसी पद पर रहे।
चौधरी चरण सिंह 1979 जनवरी से जुलाई तक वित्तमंत्री रहे। इसके बाद वो 1979 से जनवरी 1980 तक पीएम रहे। ये अलग बात है कि उन्होंने कभी बजट पेश नहीं किया।
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विश्वनाथ प्रताप सिंह दिसंबर 1984 से एक जनवरी 1987 तक वित्तमंत्री रहे ।इसके बाद दो दिसंबर 1989 से 10 नवंबर 1990 तक वो पीएम रहे।
आर वेंकटरमन ने 14 जनवरी 1980 से 15 जनवरी 1982 वित्तमंत्री रहते तीन बार बजट पेश किया। 31 अगस्त 1984 से 24 जुलाई 1987 तक उप राष्ट्रपति और 25 जुलाई 1987 से 25 जुलाई 1992 तक राष्ट्रपति के पद पर रहे।
मनमोहन सिंह 1982 से 1985 के बीच रिजर्व बैंक के गवर्नर रहे उसके बाद 1991-1996 के मध्य वित्तमंत्री रहे। इसके बाद 2004 से 2014 तक पीएम रहे।
प्रणव मुखर्जी पहली बार 1982 से 1984 के बीच वित्तमंत्री रहे। इसके बाद 2009 से 2012 तक वित्तमंत्री रहे। जुलाई 2012 में प्रणव राष्ट्रपति बने। मुखर्जी ने सात बार बजट पेश किया।
अब देखने वाली बात ये होगी कई क्या अरुण जेटली भी पीएम या राष्ट्रपति बनेंगे या नहीं।