Galwan Valley: आज ही के दिन भारतीय सैनिकों ने चीनियों के छुड़ा दिए थे छक्के, चीन में फ़ैल गई थी दहशत
Galwan Valley: गलवान घाटी में 15 जून 2020 को हुई भारत-चीनी सेना की झड़प में रिपोर्ट्स के आंकड़ों की मानें तो चीन के करीब 38 सैनिक मार गिराए गए थे ।
Galwan Valley Violence: 15 जून 2020 की रात हर भारतीय के लिए हमेशा एक यादगार रात रहेगी। इस दिन गलवान घाटी (Galwan Valley) में भारत-चीन की झड़प (India-China clash) और भारत का चीन पर हावी होने सभी को याद रहेगा। चीन की आक्रामकता और चालबाजी उसी के खिलाफ काम कर गई। हालांकि, चीन द्वारा लंबे समय तक इस झड़प को स्वीकारा नहीं गया क्योंकि हिंसक कार्यवाही की शुरुआत उसी की ओर से की गई थी लेकिन बावजूद इसके कई चीनी जानकारों ने ही इस मामले की पुष्टि की। वहीं जब फरवरी 2021 में चीन में आयोजित एक सम्मान समारोह की जानकारी सार्वजनिक हुई, दरअसल यह सम्मान समारोह गलवान घाटी में मारे गए चीनी सैनिकों को मरणोपरांत मेडल देने के लिए आयोजित हुई थी।
गलवान घाटी में 15 जून 2020 को हुई भारत-चीनी सेना की झड़प को लेकर कुछ प्रदर्शित रिपोर्ट्स के आंकड़ों की मानें तो इस झड़प में चीन के करीब 38 सैनिक मार गिराए गए थे वहीं कुछ भारतीय सैनिक भी शहीद हुए थे। चीन को इस झड़प के चलते अधिक नुकसान बताया गया था, साथ ही आज भी यह घटना चीन को उनकी हरकत और नियत की याद दिलाती है। दरअसल, चीन ने ही गलवान घाटी पर शांति भंग करते हुए हिंसक कार्यवाही की मांग की थी, लेकिन भारतीय सेना ने पलटवार करते हुए उन्हें उन्हीं की भाषा में जमकर जवाब दिया था।
आज 15 जून को लद्दाख की सुदूर गलवान घाटी में भारतीय सैनिकों और चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के सैनिकों के बीच संघर्ष की दूसरी वर्षगांठ के तौर पर याद किया जा रहा है। इस संघर्ष में जहां करीब 20 भारतीय सैनिक शहीद हुए थे वहीं कई गुना अधिक चीनी सैनिकों को भारतीय सेना के जांबाज़ सिपाहियों ने मौत के घाट उतार दिया था। 2020 जून में घटी भारत-चीन के बीच यह झड़प अकस्मात तौर पर सबसे बड़े संघर्षों में से एक रही। इस मामले को लेकर दोनों देशों में तनाव बढ़ गया था वहीं भारतीय सेना के आक्रामक रवैये और चीनी सेना पर हावी हो रहे भारतीय सैनिकों ने चीन में दहशत फैला दी थी।
चीन का नुकसान उससे भी कई गुना अधिक
कुछ फ्रीलांन्स ब्लॉगर और अन्य स्थानीय लोगों की मानें तो गलवान घाटी में हुई भारत-चीन सेना के बीच झड़प के चलते अबतक चीन के जितने भी नुकसान की पुष्टि की गई है, असल नुकसान उससे भी कई गुना अधिक हुआ है। हालांकि, यह आंकड़े आधिकारिक नहीं हैं इसलिए इन्हें लिखना भी उचित नहीं होगा लेकिन चीन के 38 सैनिकों के मारे जाने और कई जवानों के नदी में बहने की खबर हर जगह प्रदर्शित की गई थी।