कोरोना संकट: भारत के लिए खुशखबरी, दुनिया से बेहतर है देश की स्थिति
एक लाख के पार जा चुका है देश में कोरोना मरीजों का आंकड़ा । हम लॉकडाउन के चौथे चरण में चल रहे हैं, लेकिन इसी बीच खबर है कि देश में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की तदाद भले बढ़ रही है, लेकिन मरने वालों की संख्या में उस रफ्तार से नहीं बढ़ी है।
नई दिल्ली : एक लाख के पार जा चुका है देश में कोरोना मरीजों का आंकड़ा । हम लॉकडाउन के चौथे चरण में चल रहे हैं, लेकिन इसी बीच खबर है कि देश में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की तदाद भले बढ़ रही है, लेकिन मरने वालों की संख्या में उस रफ्तार से नहीं बढ़ी है। अधिक संख्या में मरीज ठीक हुए है।अब तक 39 हजार से अधिक मरीज ठीक हो चुके हैं। यानी रिकवरी रेट करीब 40 फीसदी तक जा पहुंचा है। वहीं, मृत्यु दर भी कम है। अब तक 3 हजार लोगों की मौत हुई है, यानि महज 3 फीसदी लोग कोरोना की चपेट में आकर अपनी जान गंवा चुके हैं।
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स्वास्थ्य मंत्रालय का आंकड़ा
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में कुल कंफर्म केस की संख्या 1 लाख 1 हजार 139 है। इसमें से 39 हजार 174 मरीज ठीक हो चुके हैं, यानी अब तक करीब 40 फीसदी मरीज कोरोना से जंग जीत चुके हैं। वहीं, अब तक 3 हजार 163 लोगों की मौत हो चुकी है, यानी 3 फीसदी लोग कोरोना संक्रमण से जान गंवा चुके हैं। रिकवरी रेट में सुधार पर नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने मंगलवार को कहा कि कोरोना संक्रमण के दौरान सिर्फ पॉजिटिव केस की संख्या नहीं, बल्कि मृत्यु दर और रिकवरी रेट भी काफी अहम है। मृत्यु दर और रिकवरी रेट के मामले में हम दुनिया के बाकी देशों की तुलना में काफी बेहतर स्थिति में है।
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नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने कहा कि प्रति मिलियन हमारे यहां कोरोना से 2 लोगों की मौत हो रही है, जबकि अमेरिका में यह आंकड़ा 275 और स्पेन में 591 है। वहीं, हमारा मृत्यु दर 3 फीसदी है, जबकि फ्रांस में मृत्यु दर 16 फीसदी है। इस तरह हमारे रिकवरी रेट में तेजी से सुधार हो रहा है, अभी यह 38 फीसदी से अधिक हो गई है। इस तरह अगर तुलनात्मक देखा जाए तो देश की स्थिति बेहतर हैं। और शायद इस पर समय रहते नियंत्रण भी हो सकता है।