इसरो ने लांच किया जीसैट-7ए, जानें इसकी खासियत
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के सतीश धवन स्पेस सेंटर में मंगलवार दोपहर 2 बजकर 10 मिनट पर संचार उपग्रह जीसैट-7ए की उल्टी गिनती शुरू हो गई। आपको बता दें, इसे बुधवार शाम 4 बजकर 10 मिनट पर जीएसएलवी-एफ11 रॉकेट को लेकर लांच किया जाएगा।
हैदराबाद: इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन यानी इसरो का 35वां कम्यूनिकेशन सैटेलाइट जीसैट-7ए को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से आज लॉन्च कर दिया गया। बता दें कि इस सैटेलाइट को जीएसएलवी-एफ11 (जीएसएलवी एके II) रॉकेट से लॉन्च किया गया है।
ये भी देखें : बीजेपी नेताओं ने राहुल गांधी को बताया चोर, संसद सदस्यता कैंसिल करने की उठाई मांग
क्या है खासियत
1. सैटेलाइट इंडियन एयरफोर्स (आईएएफ) की और ज्यादा ताकतवर बनाएगा।
2. अलग-अलग रडार स्टेशंस, एयरबेस और अवॉक्स एयरक्राफ्ट को आपस में जोड़ा जा सकेगा।
3. इससे वायुसेना की नेटवर्क आधारित युद्ध की क्षमता में इजाफा हो सकेगा।
4. दुनियाभर में ऑपरेशंस में भी सहायता मिल सकेगी।
5. 39वां संचार उपग्रह है इसे वायुसेना को संचार सेवा देने के लिए लांच किया जा रहा है।
खासतौर पर एयरफोर्स के लिए किया गया तैयार
जीसैट-7ए को खासतौर पर इंडियन एयरफोर्स के लिए ही तैयार किया गया है। यह एक 500 से 800 करोड़ रुपए तक की कीमत वाला सैटेलाइट है। इसमें चार सोलर प्लांट्स हैं जो 3.3 किलोवॉट तक की बिजली पैदा कर सकने में सक्षम हैं।
ये भी देखें :GST को लेकर प्रधानमंत्री की घोषणा, 0% फीसदी दायरे में दायरे में है ये चीजें
गौरतलब है कि जीसैट-7ए का वजन 2,250 किग्रा है और यह मिशन 8 वर्ष का होगा। जीएसएलवी-एफ11 की यह 13वीं उड़ान है और 7वीं बार यह देशी क्रायोनिक इंजन के साथ लांच होगा। यह कू-बैंड में संचार की सुविधा उपलब्ध करवाएगा।
ये भी देखें :अमेठी के एक पिता ने राहुल गांधी को खून से लिखा ऐसा लेटर, पढ़कर हो जायेंगे भावुक