Gujarat Assembly Election 2022: पिछली बार भाजपा ने हासिल किये थे 50 फीसदी वोट
Gujarat Assembly Election 2022: भाजपा ने पिछली बार 1995 के बाद से सबसे कम सीटें जीती थीं जब उसे 182 में से 99 सीटों पर जीत हासिल हुई।
Gujarat Assembly Election 2022: चुनाव आयोग ने ऐलान किया है कि 1 और 5 दिसंबर को गुजरात विधानसभा के लिए चुनाव होगा। इस बार मतदान के लिए 4.9 करोड़ मतदाताओं के नाम दर्ज हैं। चुनाव नतीजे 8 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे। गुजरात में पिछले बार भी 2017 और 2012 में दो चरणों में विधानसभा चुनाव हुए थे।
भाजपा ने पिछली बार 1995 के बाद से सबसे कम सीटें जीती थीं जब उसे 182 में से 99 सीटों पर जीत हासिल हुई। कांग्रेस को 77 सीटें मिली थीं। सीटों में गिरावट के बावजूद भाजपा को, जो गुजरात में 27 वर्षों से सत्ता में है, अभी भी लगभग 50 फीसदी वोट (49.05 फीसदी) प्राप्त हुए थे जबकि कांग्रेस 41.44 फीसदी वोटों के साथ दुसरे नंबर पर थी। नरेन्द्र मोदी अक्टूबर 2001 में पहली बार गुजरात के मुख्यमंत्री बने थे और पिछला पहला चुनाव भी था जब भाजपा ने नरेंद्र मोदी के बिना चुनाव लड़ा था।
2017 से एक महत्वपूर्ण बदलाव आम आदमी पार्टी की उपस्थिति है, जो भाजपा और कांग्रेस दोनों को कड़ी टक्कर दे रही है। आप की घुसपैठ से भाजपा को नहीं लेकिन कांग्रेस के वोटों में कटौती की संभावना है। 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के अलावा दौड़ में वस्तुतः कोई अन्य पार्टी नहीं थी। पिछले चुनाव में जिसमें निर्दलीय (जिनमें से 3 जीते) को एनसीपी और बीटीपी से अधिक वोट मिले थे जिन्होंने क्रमशः 1 और 2 सीटें हासिल कीं।
2012 में 115 सीटें और 47.85 फीसदी वोट मिले थे
2012 की तुलना में 2017 में भाजपा ने जितनी सीटें जीती थीं, वास्तव में उसे अधिक वोट मिले। 2012 में, जब मोदी सीएम थे तब भाजपा ने 115 सीटें और 47.85 फीसदी वोट हासिल किये थे। कांग्रेस को 61 सीटें और 38.93 फीसदी वोट मिले। इसके पांच साल बाद कांग्रेस ने बड़ी छलांग लगाई जिसका मुख्य कारण भाजपा सरकार के खिलाफ पाटीदार आरक्षण आंदोलन था। 2012 में भी दोनों पार्टियों के सामने वस्तुतः कोई तीसरा प्रतियोगी नहीं था।
2012 के बाद से हुए दो लोकसभा चुनाव भी राज्य पर भाजपा का पूर्ण प्रभुत्व दिखा जिसमें पार्टी को 60.1 फीसदी वोट मिले और 2014 में 26 सीटों में से 26 सीटें हासिल कीं। इस चुनाव में कांग्रेस को 33.5 फीसदी वोट मिले। २०१९ में भाजपा को 63.1 फीसदी वोट मिले। 2019 में कांग्रेस को 32.6 फीसदी वोट मिले थे।