Haryana Election: अब शैलजा की नाराजगी दूर करने उतरे राहुल गांधी, करीबी के लिए करेंगे हरियाणा में पहली चुनावी रैली
Haryana Election: केंद्रीय नेतृत्व लगातार कुमारी शैलजा की नाराजगी दूर करने की कोशिश में जुटा हुआ है। मल्लिकार्जुन खड़गे ने शैलजा से मुलाकात में उनकी ओर से उठाए गए मुद्दों को सुलझाने का वादा किया है।
Haryana Election: हरियाणा के विधानसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला हो रहा है। भाजपा ने एक बार फिर राज्य की सत्ता पर काबिज होने के लिए पूरी ताकत लगा रखी है जबकि दूसरी ओर कांग्रेस को इस बार राज्य की सत्ता हासिल होने का पूरा भरोसा है। कांग्रेस ने मजबूत प्रत्याशी उतार कर भाजपा की घेराबंदी जरूर की है मगर सिरसा की सांसद और पार्टी की पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कुमारी शैलजा की नाराजगी पार्टी के लिए बड़ी मुसीबत भी बनी हुई है।
केंद्रीय नेतृत्व लगातार कुमारी शैलजा की नाराजगी दूर करने की कोशिश में जुटा हुआ है। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने शैलजा से मुलाकात में उनकी ओर से उठाए गए मुद्दों को सुलझाने का वादा किया है। दूसरी ओर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी भी शैलजा की नाराजगी दूर करने की कोशिश में जुट गए हैं। इसी कड़ी में राहुल गांधी 26 सितंबर को हरियाणा में पहली चुनावी रैली करने वाले हैं। उल्लेखनीय बात यह है कि उनकी यह रैली शैलजा के करीबी माने जाने वाले शमशेर सिंह के समर्थन में होगी। शैलजा भी 26 सितंबर से कांग्रेस के चुनाव प्रचार में सक्रिय होने वाली हैं।
हरियाणा में 26 को राहुल की पहली चुनावी रैली
हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों के लिए 5 अक्टूबर को मतदान होने वाला है मगर राहुल गांधी ने अभी तक हरियाणा में एक भी चुनावी रैली नहीं की है। इसे लेकर सवाल भी उठाए जा रहे हैं। राहुल गांधी के हरियाणा के चुनाव में सक्रिय न होने के पीछे पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कुमारी शैलजा के बीच चल रही खींचतान को बड़ा कारण माना जाता रहा है।
अब राहुल गांधी 26 सितंबर को हरियाणा के चुनाव प्रचार में उतरने वाले हैं। राहुल गांधी कुमारी शैलजा के करीबी माने जाने वाले शमशेर सिंह के चुनाव क्षेत्र असंध में पहली चुनावी रैली करेंगे। कुमारी शैलजा के करीबी के लिए पहली चुनावी रैली करके राहुल गांधी बड़ा संदेश देना चाहते हैं। राहुल गांधी के इस कदम को शीर्ष नेतृत्व की ओर से शैलजा की नाराजगी दूर करने की दिशा में उठाया गया कदम माना जा रहा है।
हुड्डा गुट के वर्चस्व से शैलजा नाराज
हरियाणा की मजबूत दलित नेता माने जाने वाली शैलजा 12 सितंबर के बाद से ही हरियाणा के चुनाव प्रचार से पूरी तरह कटी हुई हैं। उन्होंने दिल्ली में डेरा डाल रखा है। हरियाणा के चुनाव प्रचार से कुमारी शैलजा की दूरी के पीछे पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा से उनकी नाराजगी बड़ा कारण मानी जाती रही है। हालांकि कुमारी शैलजा ने इस मुद्दे पर अभी तक कुछ भी खुलकर नहीं कहा है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पिछले दिनों कांग्रेस पर दलित बेटी के अपमान का आरोप लगाते हुए कुमारी शैलजा को भाजपा में आने का ऑफर दिया था। हालांकि शैलजा ने अब इस मुद्दे पर अपना रुख साफ कर दिया है। उनका कहना है कि वे कांग्रेस की मजबूत सिपाही रही हैं और उनके कांग्रेस छोड़कर किसी अन्य दल में जाने का कोई सवाल ही नहीं है।
भाजपा की चाल से कांग्रेस नेतृत्व सतर्क
भाजपा की ओर से कुमारी शैलजा की नाराजगी का सियासी फायदा उठाने की कोशिशों के बाद कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व भी सतर्क हो गया है। कांग्रेस की ओर से कुमारी शैलजा की नाराजगी दूर करने की पूरी कोशिश की जा रही है। हरियाणा में कांग्रेस के सबसे मजबूत नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा को भी कांग्रेस नेतृत्व की ओर से संदेश दिया गया है। प्रदेश कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया का कहना है कि हरियाणा में कुमारी शैलजा की अनदेखी नहीं की जा सकती।
शैलजा ने अभी हाल में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात की थी और खड़गे ने भी कुमारी शैलजा को सारे मुद्दे सुलझाने का आश्वासन दिया है। खड़गे कल हरियाणा में दो चुनावी रैलियां करने वाले थे मगर खराब स्वास्थ्य की वजह से उनकी दोनों रैलियों को रद्द कर दिया गया था।
26 से चुनाव प्रचार में सक्रिय होंगी शैलजा
सियासी जानकारों का कहना है कि कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व की ओर से की गई पहल के बाद अब कुमारी शैलजा की नाराजगी दूर हो गई है। हुड्डा गुट के बढ़ते वर्चस्व और अपने कई समर्थकों का टिकट काटे जाने के कारण वे नाराज चल रही थीं मगर उन्हें कांग्रेस नेतृत्व ने मना लिया है। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि कुमारी शैलजा 26 सितंबर से कांग्रेस के चुनाव प्रचार में सक्रिय भूमिका निभाएंगी। वे नरवाना मैं आयोजित कांग्रेस की रैली से चुनाव प्रचार की शुरुआत करेंगी।
राहुल गांधी की संतुलन बनाने की कोशिश
हरियाणा में 26 सितंबर को राहुल गांधी की दो रैलियों का आयोजन किया गया है। शैलजा के करीबी शमशेर सिंह के लिए चुनावी रैली करने के बाद राहुल गांधी हुड्डा के करीबी माने जाने वाले रामनिवास घोड़ेला के लिए हिसार के बरनाला में रैली करेंगे।
राहुल गांधी के भी इस कदम से माना जा रहा है कि वे हुड्डा और शैलजा दोनों गुटों के बीच संतुलन बनाने की कोशिश में जुटे हुए हैं। वे शैलजा की नाराजगी को दूर करने के साथ ही हुड्डा के सम्मान को भी बनाए रखना चाहते हैं।