नई दिल्ली: हरियाणा के डीजीपी केपी सिंह एक विवादित बयान को लेकर सुर्खियों में हैं। डीजीपी के.पी. सिंह ने गुरुवार को एक सभा में अपने संबोधन के दौरान कहा कि एक आम आदमी को किसी अपराधी की जान लेने का अधिकार है।
इसके अलावा सिंह ने यह भी कहा कि, 'यह सिर्फ पुलिस का ही अधिकार नहीं है, अगर आपके सामने कोई किसी मां-बहन की बेइज्जती करता है तो आपको कानून यह अधिकार है कि आप उसकी जान ले लें। आप एक नागरिक के रूप में अपनी भूमिका को समझे।'
संबोधन के दौरान डीजीपी सिंह ने नागरिकों को उनकी जिम्मेदारी का अहसास कराते हुए कहा कि 'यह तो पुलिस का काम है, उसने वर्दी पहनी है और उसे तनख्वाह मिलती है लेकिन आप भी अपनी भूमिका समझे। अगर आप ऐसा करने में सक्षम नहीं है तो आप कायरता की श्रेणी में शामिल होते हैं।'
पुलिस और न्यायपालिका का काम कानून का पालन कराना
-बीजेपी की नेता शाजिया इल्मी ने कहा कि पुलिस, न्यायपालिका देखती है कि कानून का पालन होता है या नहीं।
-आम नागरिक सब कुछ तय करेंगे तो एक-दूसरे को पीट-पीटकर मारने लगेंगे।
डीजीपी कानून हाथ में लेंगे तो अराजकता आ जाएगी
-इस बयान पर जेडीयू के नेता अली अनवर ने कहा कि अगर डीजीपी कानून हाथ में लेंगे तो अराजकता आ जाएगी।
-वहीं यूपी के पूर्व डीजीपी विक्रम सिंह ने कहा कि हरियाणा के डीजीपी ने जो कहा वो ठीक नहीं है।