हरियाणा सरकार ने मेडेन फार्मा के उत्पादन यूनिट पर लगाई रोक, जांच में मिली कई गड़बड़ियां

Cough Syrup Deaths: हरियाणा सरकार ने भी राज्य में मेडेन फार्मा के संचालन पर रोक लगा दी है और सोनीपत स्थित कंपनी के उत्पादन यूनिट में प्रोडक्शन को रोकने का आदेश जारी कर दिया है।

Update: 2022-10-12 11:07 GMT

 हरियाणा सरकार ने मेडेन फार्मा के उत्पादन यूनिट पर लगाई रोक, जांच में मिली कई गड़बड़ियां (Pic: Social Media)

Cough Syrup Deaths: अफ्रीकी देश गांबिया में कफ सिरफ के सेवन से 66 बच्चों की मौत के बाद दुनियाभर की सरकारें सचेत हो गई हैं। कफ सिरफ बनाने वाली जानी मानी कंपनी मेडेन फार्मा निशाने पर है। हरियाणा सरकार ने भी राज्य में मेडेन फार्मा के संचालन पर रोक लगा दी है और सोनीपत स्थित कंपनी के उत्पादन यूनिट में प्रोडक्शन को रोकने का आदेश जारी कर दिया है।

सरकार ने ये कार्रवाई खाद्य एवें औषधि प्रशासन हरियाणा और केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन नॉर्थ जोन गाजियाबाद की टीम की जांच में मिली गड़बड़ियों के बाद की है। सरकारी सूत्रों के मुताबिक, FDA-CDSCO की जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद हरियाणा सरकार कंपनी के प्रोडक्शन यूनिट को सील करने की तैयारी कर रही है। केंद्र सरकार ने भी खट्टर सरकार से इस मामले में सख्त एक्शन लेने को कहा है। ऐसे में राज्य सरकार यूनिट को सील करने के बाद उसका लाइसेंस भी रद्द कर सकती है।

जांच में मिलने वाली गड़बड़ियां

एक्सपायरी डेट में झोल: FDA-CDSCO की जांच रिपोर्ट के मुताबिक, मेडेन फार्मा ने सीरप की एक्सपायरी डेट में गड़बड़ी की है। जांच में सामने आया है कि प्रोपलीन ग्लाइकोल सितंबर 2021 की मैन्युफैक्चरिंग डेट और सितंबर 2023 की लास्ट डेट के साथ सिरप में इस्तेमाल किया गया था, मगर अंतिम तारीख यानी लास्ट डेट नवंबर 2024 बताई गई है।

प्रोपलीन ग्लाइकोल की जांच नहीं: जांच में दूसरी सबसे बड़ी गड़बड़ी क्वालिटी टेस्टिंग को लेकर है। कंपनी ने डायथिलीन ग्लाइकॉल और एथिलीन ग्लाइकॉल के लिए प्रोपलीन ग्लाइकोल की क्वालिटी टेस्टिंग नहीं की है। यदि डायथिलीन ग्लाइकॉल एथिलीन ग्लाइकॉल से दूषित हो तो सिरप पीने वाले शख्स की मौत हो सकती है।

इन प्रोसेस टेस्टिंग पेश नहीं कर सकी: FDA-CDSCO के अनुसार, कंपनी विचाराधीन उत्पादों की इन - प्रोसेस टेस्टिंग रिपोर्ट पेश करने में भी असफल रही है। औषधि प्रशासन हरियाणा और केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन ने कंपनी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। कंपनी से सात दिन में जवाब मांगा गया है।

उधर, विश्व स्वास्थ्य संगठन के रिपोर्ट के बाद गांबिया सरकार ने मेडेन फार्मा के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। इसमें शामिल लोगों से पुलिस पूछताछ कर रही है। 

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