Himachal: ‘मैं कट्टर हिंदू परिवार से आता हूं, 22 जनवरी को अयोध्या जाऊंगा’, हिमाचल कांग्रेस प्रमुख के बेटे ने किया ऐलान

Ram Mandir Inauguration: कांग्रेस समेत कुछ अन्य विपक्षी दलों ने इसी का हवाला देते हुए निमंत्रण मिलने के बावजूद समारोह में शामिल होने से इनकार कर दिया है। लेकिन कांग्रेस के अंदर इसी बात को लेकर ठन गई है।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update: 2024-01-11 07:51 GMT

Vikramaditya Singh   (photo: social media )

Ram Mandir Inauguration: अयोध्या में 22 जनवरी को होने जा रहे राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर राजनीति भी गरमाई हुई है। कार्यक्रम को लेकर बीजेपी की अत्यधिक सक्रियता पर विपक्ष भड़का हुआ है। विपक्ष का आरोप है कि एक धार्मिक कार्यक्रम का राजनीतिकरण कर बीजेपी चुनावी लाभ लेना चाहती है। कांग्रेस समेत कुछ अन्य विपक्षी दलों ने इसी का हवाला देते हुए निमंत्रण मिलने के बावजूद समारोह में शामिल होने से इनकार कर दिया है। लेकिन कांग्रेस के अंदर इसी बात को लेकर ठन गई है।

एक के बाद एक कई कांग्रेस नेता न्योते को अस्वीकार करने के आलाकमान के फैसले पर खुलकर अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं। एक तरफ जहां कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने 22 जनवरी को अयोध्या न जाने का फैसला लिया है, वहीं पार्टी के ही एक दिग्गज नेता के बेटे ने इस तारीख को अयोध्या जाने का ऐलान कर दिया है। हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार में कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने की बात कही है।

कांग्रेस नेता ने न्योते के लिए संघ और वीएचपी को शुक्रिया कहा

कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए मिले न्योते के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और विश्व हिंदू परिषद को धन्यवाद दिया है। सिंह ने कहा कि मैं हिमाचल प्रदेश से आमंत्रित कुछ लोगों में शामिल होने पर खुद को भाग्यशाली मानता हूं। देव समाज में आस्था रखने वाले एक हिंदू के रूप में मेरी जिम्मेदारी है कि मैं इस अवसर पर उपस्थित रहूं और भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा का गवाह बनूं।

विक्रमादित्य सिंह ने आगे कहा कि मैं एक कट्टर हिंदू परिवार से आता हूं और मेरी यात्रा का राजनीति से कोई लेना – देना नहीं है। मैं राम मंदिर जाऊंगा और अपनी इस योजना के बारे में सीएम सुक्खू को अवगत करा चुका हूं। वहीं, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मंगलवार को कहा था कि उन्हें उद्घाटन समारोह का न्योता नहीं मिला है। लेकिन वो प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद अयोध्या जाएंगे।

विक्रमादित्य का अयोध्या जाना क्यों है अहम

हिमाचल सरकार में मंत्री विक्रमादित्य सिंह का अयोध्या जाना काफी अहम है। क्योंकि वह प्रदेश के सबसे कद्दावर कांग्रेस नेता के परिवार से आते हैं। उनके पति वीरभद्र सिंह हिमाचल प्रदेश के छह बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं। इसके अलावा मनमोहन सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं। जुलाई 2021 में उनका देहांत हो गया था। उनके निधन के बाद विक्रमादित्य सिंह अपनी मां प्रतिभा सिंह के साथ उनकी सियासी विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं। प्रतिभा सिंह हिमाचल प्रदेश कांग्रेस की अध्यक्ष हैं। 2022 के विधानसभा चुनाव में वह सीएम पद के सबसे प्रबल दावेदारों में शुमार थीं।

दरअसल, विक्रमादित्य सिंह ने दो दिन पहले अयोध्या जाने का ऐलान किया था। तब तक कांग्रेस ने ये ऐलान नहीं किया था कि पार्टी के नेता न्योता मिलने के बावजूद 22 जनवरी को समारोह में शामिल होंगे। अब जब पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने कार्यक्रम में शामिल न होने का निर्णय ले लिया है तो विक्रमादित्य सिंह क्या करते हैं, वो जाते हैं या नहीं, इस पर सबकी नजरें रहेंगी।

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