North East Election 2023: पूर्वोत्तर में भाजपा की कामयाबी में हिमंत का बड़ा हाथ, पार्टी में और मजबूत बनकर उभरेंगे असम के CM
North East Election 2023: सियासी जानकारों का मानना है कि पूर्वोत्तर की इस जीत के बाद पार्टी में हिमंत का कद बढ़ेगा और वे और मजबूत बनकर उभरेंगे।
North East Election 2023: पूर्वोत्तर के दो राज्यों में भाजपा को मिली बड़ी कामयाबी में असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा का बड़ा हाथ माना जा रहा है। चुनाव नतीजों की घोषणा के पहले ही हिमंत ने तीनों राज्यों में एनडीए की सरकार बनने का बड़ा दावा किया था। पूर्वोत्तर के चुनाव प्रचार में उन्होंने बड़ी भूमिका निभाई थी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बाद उन्हें भाजपा में हिंदुत्व का बड़ा चेहरा माना जाता है। सियासी जानकारों का मानना है कि पूर्वोत्तर की इस जीत के बाद पार्टी में हिमंत का कद बढ़ेगा और वे और मजबूत बनकर उभरेंगे।
योगी की तरह हिंदुत्व का चेहरा बने हिमंत
एक समय कांग्रेस में रह चुके हिमंत बिस्वा सरमा को मौजूदा समय में भाजपा का बड़ा चेहरा माना जाने लगा है। यदि भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बात की जाए तो पहले नंबर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का चेहरा सबके सामने आता है। योगी आदित्यनाथ के बाद हिंदुत्व के बड़े चेहरे के रूप में अब हिमंत विश्वास शर्मा को ही देखा जाता है। विभिन्न राज्यों में चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा हिमंत का भी भरपूर उपयोग करती रही है। गुजरात के विधानसभा चुनाव में भी हिमंत ने बड़ी भूमिका निभाई थी।
एक समय ऐसा था जब हिमंत पूर्वोत्तर में कांग्रेस की साख बचाने की कोशिश में लगे रहते थे और अब वे भाजपा के लिए भी पूर्वोत्तर में बड़ी भूमिका निभा रहे हैं। पूर्वोत्तर के तीन राज्यों के चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने सक्रिय भूमिका निभाई है। इसी कारण पूर्वोत्तर में भाजपा को मिली बड़ी कामयाबी में हिमंत की भी बड़ी भूमिका मानी जा रही है।
पूर्वोत्तर के चुनाव प्रचार में सक्रिय भूमिका
आम लोगों के बीच अच्छा असर रखने के कारण ही भाजपा में आने के कुछ समय बाद ही ही हिमंत बिस्वा सरमा असम के मुख्यमंत्री बनने में कामयाब हुए थे। वैसे उनका असर सिर्फ असम ही नहीं बल्कि पूर्वोत्तर के अन्य राज्यों में भी माना जाता है। हिमंत को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का काफी करीबी माना जाता है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ भी उनके अच्छे रिश्ते हैं।
पूर्वोत्तर के तीनों राज्यों के चुनाव प्रचार में सक्रिय भूमिका निभाने के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने पहले ही तीनों राज्यों में एनडीए की सरकार बनने का भरोसा जताया था। चुनाव नतीजों से साफ हो गया है कि त्रिपुरा और नागालैंड में भाजपा और सहयोगी दलों की सरकार बनना तय है। मेघालय में त्रिशंकु विधानसभा की स्थिति दिख रही है।
भाजपा की जीत से मजबूत हुई साख
पूर्वोत्तर में मिली इस बड़ी जीत का श्रेय हिमंत को भी दिया जा रहा है। सियासी जानकारों का मानना है कि आने वाले दिनों में हिमंत भाजपा में और ताकतवर बनकर उभरेंगे। पूर्वोत्तर के नतीजों से साफ हो गया है कि लोगों से उनका कनेक्ट काम कर गया है। पूर्वोत्तर के राज्यों में उनकी मजबूत पकड़ को देखते हुए आने वाले दिनों में कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों की राह काफी मुश्किल मानी जा रही है।
जानकारों के मुताबिक 2024 के लोकसभा चुनाव पूर्वोत्तर में एनडीए को जीत दिलाने में हिमंत की बड़ी भूमिका होगी। उन्हें पूर्वोत्तर का चाणक्य माना जाता रहा है और ऐसे में पार्टी हाईकमान की ओर से उन्हें बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है।