Weather Alert: सावधान! जारी रहेगा भीषण गर्मी का दौर, पांच दिन और चढ़ेगा पारा

Weather Alert: आईएमडी ने उत्तर-पश्चिम और पूर्वी भारत में अगले पांच दिनों तक तापमान में दो से तीन डिग्री की वृद्धि होने की संभावना जताई है। गर्मी का सितम अभी जारी रहेगा।

Report :  Neel Mani Lal
Update: 2024-06-10 17:14 GMT

Weather Alert: सावधान रहिये, भीषण गर्मी का दौर अभी और जारी रहेगा। मौसम विभाग ने कहा है कि उत्तर-पश्चिम और पूर्वी भारत में अगले पांच दिनों में तापमान में दो से तीन डिग्री की वृद्धि होने का अनुमान है। अप्रैल से ही कई बार तीव्र और लंबे समय तक चलने वाली हीट वेव का प्रकोप रहा है। इतनी गर्मी पड़ी है जो इंसानी और जीव जंतुओं की सहनशक्ति की परीक्षा लेने वाली साबित हुई है। उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान और ओडिशा सहित कई राज्यों में गर्मी से ढेरों मौतें भी हुईं हैं।

क्या कहा मौसम विभाग ने?

भारतीय मौसम विभाग ने कहा है कि अगले पांच दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम और पूर्वी भारत में भीषण गर्मी की स्थिति रहने की संभावना है। गर्मी की लहर जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश, झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के गंगा के मैदानी इलाकों को प्रभावित कर सकती है। मई में गर्मी की लहर ने असम, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और अरुणाचल प्रदेश की पहाड़ियों सहित देश भर में कई जगहों पर रिकॉर्ड तापमान दर्ज किये गए हैं। राजस्थान में पारा 50 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया और दिल्ली और हरियाणा में भी यह इस निशान के करीब पहुंच गया। जलवायु परिवर्तन के कारण ऐसी ही गर्मी की लहरें हर 30 साल में एक बार आ सकती हैं और ये पहले से ही लगभग 45 गुना अधिक संभावित हो गई हैं।

असामान्य हालात

विशेषज्ञों का कहना है कि अत्यधिक गर्मी प्राकृतिक रूप से होने वाली एल नीनो घटना और वायुमंडल में ग्रीनहाउस गैसों का तेजी से बढ़ने का परिणाम है। अल नीनो में मध्य और पूर्वी उष्णकटिबंधीय प्रशांत महासागर में समुद्र की सतह का तापमान असामान्य रूप से गर्म हो जाता है। अध्ययनों से पता चलता है कि तेजी से शहरीकरण ने शहरी क्षेत्रों में गर्मी को और बदतर कर दिया है, जिसका सबसे ज्यादा असर खुले में काम करने वाले कामगारों और कम आय वाले परिवारों पर पड़ रहा है।

जलाशयों में पानी घटा

-केंद्रीय जल आयोग के अनुसार भारत में 150 प्रमुख जलाशयों में जल भंडारण इस सप्ताह उनके वर्तमान भंडारण का मात्र 22 प्रतिशत रह गया, जिससे कई राज्यों में पानी की कमी और बढ़ गई है और जलविद्युत उत्पादन पर भी काफी असर पड़ा है।

-भीषण गर्मी के कारण भारत में बिजली की मांग रिकॉर्ड 246 गीगावाट पर पहुंच गई है।

-स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, इस साल मार्च से मई तक भारत में हीट स्ट्रोक के लगभग 25,000 संदिग्ध मामले आये।

-लगातार तीन वर्षों से भारत के कई हिस्सों में भीषण गर्मी ने बड़ी संख्या में लोगों को प्रभावित किया है, जिससे स्वास्थ्य, जल उपलब्धता, कृषि, बिजली उत्पादन और अर्थव्यवस्था के अन्य क्षेत्र प्रभावित हुए हैं।

-विश्व बैंक की एक रिपोर्ट के अनुसार, 2030 तक गर्मी के कारण उत्पादकता में गिरावट के कारण अनुमानित 80 मिलियन वैश्विक नौकरियों में से 34 मिलियन भारत में जा सकती हैं।

-अध्ययनों से यह भी पता चलता है कि गर्मी के कारण भारत को हर साल 13 बिलियन डॉलर के खाद्य नुकसान का सामना करना पड़ता है।

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