INDIA Alliance: बिहार में सीट बंटवारे को लेकर घमासान, जदयू और राजद के रुख से CPI नाराज, तीन सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान

INDIA Alliance: राज्य और जदयू की ओर से कांग्रेस और वामदलों को ज्यादा महत्व नहीं दिया जा रहा है और यही कारण है कि बिहार में गठबंधन में फूट की शुरुआत हो गई है।

Written By :  Anshuman Tiwari
Update: 2024-01-11 03:25 GMT

Nitish Kumar Tejashwi Yadav   (photo:social media )

INDIA Alliance: विभिन्न राज्यों में सीट बंटवारे के मुद्दे पर इंडिया गठबंधन में बातचीत तो जरूर शुरू हो गई है मगर कहीं भी मामला अभी तक फाइनल स्टेज में नहीं पहुंचा है। इस बीच कई राज्यों में खींचतान की स्थिति भी दिख रही है। बिहार में भी सीट बंटवारे के मुद्दे पर भारी उठापटक शुरू हो गई है। राज्य और जदयू की ओर से कांग्रेस और वामदलों को ज्यादा महत्व नहीं दिया जा रहा है और यही कारण है कि बिहार में गठबंधन में फूट की शुरुआत हो गई है।

राजद और जदयू के रुख से नाराज भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) ने राज्य की तीन लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का एकतरफा ऐलान कर दिया है।। इसे विपक्षी महागठबंधन के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। दरअसल सीपीआई को इस बात का एहसास हो गया है कि राजद और जदयू की ओर से उसे मनोवांछित सीटें नहीं मिल सकेंगी और पार्टी के एकतरफा ऐलान को इसका बड़ा कारण माना जा रहा है।

नीतीश और तेजस्वी ने नहीं दिया आश्वासन

सीपीआई के महासचिव डी राजा हाल में पटना पहुंचे थे और उन्होंने सोमवार को जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की थी। दोनों नेताओं के बीच सीटों को लेकर चर्चा भी हुई थी। सीपीआई नेता ने नीतीश कुमार के अलावा राज्य के डिप्टी सीएम और राजद नेता तेजस्वी यादव से भी मुलाकात की थी। जानकार सूत्रों का कहना है कि इन मुलाकातों के दौरान उन्हें सीटों को लेकर ठोस आश्वासन नहीं मिल सका।

जदयू की सीट से भी चुनाव लड़ने का ऐलान

इसके बाद सीपीआई की ओर से राज्य की तीन लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया गया। पार्टी का कहना है कि राज्य में पार्टी की ओर से बेगूसराय, बांका और मधुबनी में उम्मीदवार उतारे जाएंगे।

मजे की बात यह है कि 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान बांका सीट पर जदयू के उम्मीदवार ने जीत हासिल की थी मगर सीपीआई ने इस सीट पर भी अपना उम्मीदवार उतारने का ऐलान कर दिया है।

भाकपा माले ने पांच सीटों पर जताई दावेदारी

दूसरी ओर भाकपा माले की ओर से राज्य की पांच लोकसभा सीटों पर दावेदारी की जा रही है। सीट शेयरिंग पर बातचीत करने के लिए पार्टी की ओर से तीन सदस्यों की कमेटी गठित की गई है। इस कमेटी में धीरेंद्र झा, राजाराम सिंह और केडी यादव को सदस्य बनाया गया है। कमेटी के तीनों सदस्यों ने बुधवार को राजद नेता तेजस्वी यादव से मुलाकात की।

इस मुलाकात के बाद कमेटी के सदस्यों ने कहा कि पार्टी की ओर से पहले ही पांच सीटों की लिस्ट राजद को सौंपी गई थी और पार्टी ने इन सीटों को लेकर फिर दावेदारी जताई है।

जदयू नेताओं के बयान पर जताई आपत्ति

भाकपा माले के नेताओं ने कहा कि फासीवादी भाजपा के खिलाफ इंडिया गठबंधन की आवाज को धार देने के लिए सीट शेयरिंग में भाकपा माले का उचित समायोजन किया जाना चाहिए पार्टी नेताओं ने कहा कि हम हमेशा दलितों और गरीबों की आवाज उठाते रहे हैं और हमारी अनदेखी नहीं की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि जदयू नेताओं की ओर से सीटों को लेकर गैर जरूरी बयान जारी किए जा रहे हैं और पार्टी को ऐसे बयानों से परहेज करना चाहिए। ऐसे बयानों से इंडिया गठबंधन कमजोर होगा। इस कारण इस तरह के बयानों का कोई मतलब नहीं है।

भाकपा माले ने मांग की है कि राज्य में इंडिया गठबंधन की तत्काल बैठक बुलाई जानी चाहिए। सीट शेयरिंग के मुद्दे पर सामूहिक चर्चा के साथ ही विभिन्न दलों के साथ अलग-अलग बातचीत भी की जानी चाहिए। इसके बाद ही सीट शेयरिंग को अंतिम रूप दिया जा सकता है। दरअसल बिहार में इंडिया के घटक दलों के बीच में ज्यादा से ज्यादा सीटों को झटकने की होड़ दिखाई दे रही है जिसके कारण खींचतान लगातार बढ़ती जा रही है।

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