सबसे बड़ा रोपवे: 56 करोड़ की लागत से हुआ तैयार, जानें खासियत
गुवाहाटी में देश का सबसे बड़ा रोपवे शुरू हुआ है। 56 करोड़ की लागत से बना 1.8 किमी लंबा रोपवे उत्तर और मध्य गुवाहाटी को जोड़ता है।
नई दिल्ली: गुवाहाटी में देश का सबसे बड़ा रोपवे शुरू हुआ है। 56 करोड़ की लागत से बना 1.8 किमी लंबा रोपवे उत्तर और मध्य गुवाहाटी को जोड़ता है। आइए जानते हैं इस रोप में क्या खास बातें हैं।
खास बातें
- उत्तर और मध्य गुवाहाटी के बीच की दूर महज आठ मिनटों में पूरी की जा सकेगी। अभी ये दूरी तय करने में एक–डेढ़ घंटा लगता है।
- रोपवे के केबिन में एक बार में तीस लोग सफर कर सकते हैं। रोपवे में दो केबिन होंगे।
- रोपवे का निर्माण 2003 में शुरू हुआ था। इससे जहां आवाजाही सुगम होगी वहीं पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
- यह किसी नदी पर बना देश का सबसे लंबा रोपवे है।
- यह रोपवे 17 साल बाद बनकर तैयार हुआ है।
- रोपवे का संचालन गुवाहाटी में कचहरी घाट और उत्तरी गुवाहाटी में डोल गोविंदा मंदिर से किया जाएगा। यह ब्रह्मपुत्र के बीच में एक छोटे से द्वीप पर उमानंद मंदिर को पार करेगा।
- यात्रा के समय को काफी कम करने के अलावा इस रोपवे से विशाल ब्रह्मपुत्र नदी के लुभावने दृश्य देखने को मिलेंगे। कामख्या मंदिर का गृह नीलांचल हिल और सरायघाट ब्रिज समेत अन्य कई आसपास की जगह इसका आकर्षण का केंद्र होंगे।
- रोपवे की एक ओर की यात्रा के लिए 60 रुपये का टिकट लगेगा। जबकि आने-जाने का टिकट 100 रुपये का होगा।
- अभी रोपवे सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक चलेगी।
- रोपवे सर्विस पर निगरानी रखने के लिए लगभग 58 सीसीटीवी कैमरा भी लगाए गए हैं।
ये भी पढ़ें- औषधियों पर डीएम के सख्त निर्देश, कहा इसके माध्यम से करायी जाये उपलब्ध
- इसे बनाने में लगभग 56 करोड़ रुपए लगे हैं।
- इस प्रोजेक्ट पर काम गुवाहटी मेट्रोपोलिटन डेवलपमेंट ने साल 2006 में शुरू किया था। इसे 2011 में पूरा होना था।
ये भी पढ़ें- सुशांत केस: नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की हुई एंट्री, NCB के डायरेक्टर ने कहा हम कर रहे जांच
- इस प्रोजेक्ट के कन्सल्टेंट राइट्स लिमिटेड थे जबकि कांट्रेक्टर थे समीर दामोदर रोपवे प्राइवेट लिमिटेड। केबिन की डिजाइन स्विटज़रलैंड की गंग्लोफ्फ़ केबिन द्वारा बनाई गयी है।