IAF ने दिखाया दम, चीनी सीमा के पास उतारा सबसे बड़ा मिलिट्री प्लेन C-17

भारतीय वायुसेना ने अरुणाचल प्रदेश के वेस्ट सियांग जिले के मेचुका के एडवांस लैंडिंग ग्राउंड (एएलजी) पर पहली बार मिलिट्री एयरक्राफ्ट सी-17 ग्लोबमास्टर की सुरक्षित लैंडिंग करवाई। यह इलाका चीन सीमा से महज 29 किलोमीटर की दूरी पर है। केवल 4200 फीट लंबी लैंडिंग सतह के साथ 6200 फीट की उंचाई पर विमान उतरा और अधिक उंचाई पर कम स्थान में उतरने की अपनी क्षमता की पुष्टि की। ग्लोबमास्टर के सफल लैंडिंग से इस इलाके में सुरक्षाबलों और सैन्य-साजोसामान को तेजी से पहुंचाने की क्षमता बढ़ेगी। इस इलाके से ट्रेन या हवाई यात्रा के लिए पहले सड़क से डिब्रूगढ़ तक का 500 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता है। इससे पहले हाल ही में एयरफोर्स ने अपने सी-130 जे. सुपर हार्कुलिस विमान को भी यहीं सेफ लैंडिंग कराई गई थी।

Update:2016-11-04 04:25 IST

नई दिल्ली: भारतीय वायुसेना ने अरुणाचल प्रदेश के वेस्ट सियांग जिले के मेचुका के एडवांस लैंडिंग ग्राउंड (एएलजी) पर पहली बार मिलिट्री एयरक्राफ्ट सी-17 ग्लोबमास्टर की सुरक्षित लैंडिंग करवाई। यह इलाका चीन सीमा से महज 29 किलोमीटर की दूरी पर है। केवल 4200 फीट लंबी लैंडिंग सतह के साथ 6200 फीट की उंचाई पर विमान उतरा और अधिक उंचाई पर कम स्थान में उतरने की अपनी क्षमता की पुष्टि की। ग्लोबमास्टर के सफल लैंडिंग से इस इलाके में सुरक्षाबलों और सैन्य-साजोसामान को तेजी से पहुंचाने की क्षमता बढ़ेगी। इस इलाके से ट्रेन या हवाई यात्रा के लिए पहले सड़क से डिब्रूगढ़ तक का 500 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता है। इससे पहले हाल ही में एयरफोर्स ने अपने सी-130 जे. सुपर हार्कुलिस विमान को भी यहीं सेफ लैंडिंग कराई गई थी।

यह होगा फायदा

-गौरतलब है कि अभी तक वायुसेना के पास एएन-32 और सी-130 जे जैसे विमानों की लैंडिंग की क्षमता है।

-सी-17 ग्लोबमास्टर की लैंडिंग से दुर्गम इलाके में लोगों और सामानों को जल्द पहुंचाने में मदद मिलेगी।

-किसी आपदा की स्थिति में राहत को जल्द और ज्यादा मात्रा में पहुंचाया जा सकेगा।

यह है ग्लोबमास्टर की खासियत

-ग्लोबमास्ट की खासियत है कि यह 77 टन वजन लेकर जा सकता है।

-इसकी स्पीड 830 किमी/घंटा है।

-इसकी लंबाई 174 फीट और ऊंचाई 55 फीट है।

-इसकी फ्यूल कैपिसिटी 1 लाख 35 हजार लीटर है।

-इसमें फ्यूल हवा में ही भरा जा सकता है।

सबसे बड़ा मिलिट्री एयरक्राफ्ट

-भारत ने अमेरिका से साल 2013 में पांच ग्लोबमास्टर मिलिट्री एयरक्राफ्ट खरीदे थे।

-यह दुनिया का सबसे बड़ा मिलिट्री एयरक्राफ्ट है।

-भारत के पास 5 बोइंग सी-17 ग्लोबमास्टर विमान हैं।

-भारतीय वायुसेना का सबसे बड़ा मिलिट्री विमान है।

-अभी यह विमान अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, कतर, यूएई और नाटो हैवी एयरलिफ्ट विंग का हिस्सा है।

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