Indian Airlines Bomb Threat: एक सप्ताह में 90 फर्जी बम धमकियां, हो गया खुलासा कौन है इसके पीछे
Indian Airlines Bomb Threat: भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय एयरलाइनों के खिलाफ नकली बम की धमकियों में अभूतपूर्व वृद्धि ने भारत के विमानन उद्योग में गंभीर व्यवधान पैदा किया और हवाई यात्रियों के बीच दहशत भी बढ़ी।
Indian Airlines Bomb Threat: भारतीय एयरलाइन उद्योग एक सप्ताह में 90 फर्जी बम धमकियां मिलने के बाद अभी तक सदमे से उबर नहीं पाया है। दूसरी ओर अधिकारियों को अभी तक नकली बम धमकियों में वृद्धि के स्रोत और मकसद का पता नहीं चल पाया है। इसके चलते दर्जनों विमानों को अपना मार्ग बदलना पड़ा था। इन धमकियों के चलते अंतरराष्ट्रीय यात्रियों में दहशत फैल गई, विमानों को जमीन पर उतारना पड़ गया या उनका मार्ग बदल दिया गया। जांच के दौरान पता चल रहा है कि धमकी वाले कुछ आईपी एड्रेस अमेरिका, जबकि कुछ ब्रिटेन और कुछ ऑस्ट्रिया के हैं। अलगाववादी खालिस्तानी नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू ने भी हाल ही में 1984 के सिख दंगों की 40वीं वर्षगांठ का हवाला देते हुए एक नवंबर से 19 नवंबर के बीच एयर इंडिया में यात्रा न करने की सलाह देते हुए चेतावनी जारी की थी। इसको भी जांच में शामिल किया गया है।
भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय एयरलाइनों के खिलाफ नकली बम की धमकियों में अभूतपूर्व वृद्धि ने भारत के विमानन उद्योग में गंभीर व्यवधान पैदा किया और हवाई यात्रियों के बीच दहशत भी बढ़ी।
भारतीय विमानन अधिकारियों और आपराधिक जांचकर्ताओं ने अभी तक बम धमकियों में वृद्धि के स्रोत और मकसद को उजागर नहीं किया है, जो बड़े पैमाने पर ईमेल के माध्यम से भेजे जा रहे हैं या एक्स जैसे सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर गुमनाम खातों के माध्यम से पोस्ट किए जा रहे हैं। एयर इंडिया, विस्तारा जैसी प्रमुख भारतीय एयरलाइंस, स्पाइसजेट और इंडिगो को मुख्य रूप से निशाना बनाया गया है, लेकिन अमेरिकन एयरलाइंस, जेट ब्लू और एयर न्यूजीलैंड को भी धमकियां मिली हैं, जिसके कारण उड़ानों को डायवर्ट करना पड़ा।
धमकियों का प्रभाव बहुत बड़ा
भारत के एयरलाइन उद्योग पर इन धमकियों का प्रभाव बहुत बड़ा रहा क्योंकि नियम एयरलाइनों को हर खतरे पर कार्रवाई करने के लिए बाध्य करते हैं, यानी दर्जनों विमानों को अपना मार्ग बदलना पड़ा और तुर्की या जर्मनी जैसे तीसरे देशों में आपातकालीन लैंडिंग करनी पड़ी, या वापस भारत लौटना पड़ा। अफगानिस्तान ने बम की धमकी मिलने के बाद फ्रैंकफर्ट जाने वाली विस्तारा की उड़ान को आपातकालीन लैंडिंग की अनुमति देने से इनकार कर दिया, जिससे विमान को वापस भारत लौटना पड़ा।
धमकी देने के लिए हॉटमेल का इस्तेमाल
इस मामले में जांच कर रही एजेंसियों के सामने यह बात आई है कि धमकी देने के लिए हॉटमेल का इस्तेमाल कर ई-मेल भेजे गए हैं। सूत्रों ने बताया कि एक्स और हॉटमेल से जिन आईपी एड्रेस की जानकारी मिल रही है, वे सभी आईपी एड्रेस वीपीएन इस्तेमाल कर जनरेट किए गए हैं। अधिकारियों का कहना है कि ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि आरोपी पहचान छिपा सकें। इसी लिए वीपीएन का इस्तेमाल कर रहे हैं। जांच के दौरान पता चल रहा कि कुछ आईपी एड्रेस अमेरिका, जबकि कुछ ब्रिटेन और कुछ ऑस्ट्रिया के दिखाई दे रहे हैं। एजेंसियां यह भी जांच कर रही हैं कि क्या खालिस्तानी आतंकवाद धमकियों से जुड़ा है, खासकर तब जब कनाडा से ऑपरेट हो रहे खालिस्तानी आंदोलन के नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू ने हाल ही में 1984 के सिख दंगों की 40वीं वर्षगांठ का हवाला देते हुए एक नवंबर से 19 नवंबर के बीच एयर इंडिया में यात्रा न करने की सलाह देते हुए चेतावनी जारी की थी।