सर्जिकल स्ट्राइक के आज एक साल पूरे, कुछ ऐसा था उस रात का मंजर

Update: 2017-09-28 07:42 GMT
सर्जिकल स्ट्राइक के एक साल पूरे, कुछ ऐसा था उस रात का मंजर

नई दिल्ली: भारतीय सेना ने आज के ही दिन पाकिस्तान को उसके कब्जे वाले कश्मीर में सर्जिकल स्ट्राइक कर चेताया था कि अगर उसने अपने नापाक मंसूबो पर रोक नहीं लगाईं तो अंजाम इससे भी खतरनाक हो सकते है। 19 सितंबर को उरी में सेना के कैंप पर हुए आतंकवादी हमले में 19 जवान शहीद हुए थे जिसके जवाब में भारतीय सेना ने 27-28 सितंबर, 2016 की रात पीओके में घुस कर कार्रवाई की थी। जिसने पूरी दुनिया को पहली बार यह संदेश दिया कि सीमा पार आतंकवाद पर भारत का रूख ऐसा ही रहेगा।

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सर्जिकल स्ट्राइक के आज एक साल पूरा होने पर रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण आर्मी चीफ बिपिन रावत के साथ आज कश्मीर के उरी इलाके के दौरे पर होंगी।

कश्मीर के उरी में सेना के बेस कैंप पर हुआ था आतंकी हमला

19 सितंबर, 2016 को उरी में सेना के बेस कैंप पर आतंकवादियों ने चारो ओर से घेर कर जवानों पर अंधाधुंध गोलियां चलाई थी। जिसमे 19 भारतीय जवान शहीद हो गए थे। सेना की तरफ से गोलीबारी में मारे गए आतंकियों के पास से जीपीएस सिस्टम समेत काफी सामान बरामद किया गया था। मारे गये आतंकवादियों का ताल्लुक जैश-ए-मोहम्मद से था और वो पाकिस्तान के रास्ते उरी में दाखिल हुए थे।

सर्जिकल स्ट्राइक में सेना ने 50 आतंकियों को किया था ढेर

उरी हमले का जवाब भारतीय सेना ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर जिसे पीओके भी कहते है, वहां घुस कर सर्जिकल स्ट्राइक की जिसमे करीब 50 आतंकी मारे गए थे। सेना ने कई आतंकी कैंपों को पूरी तरह से तबाह कर दिया था।

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क्या हुआ था उस रात को

27-28 सितंबर की रात को कुछ ऐसा हुआ था कि सेना ने रात के करीब 1 बजे सर्जिकल स्ट्राइक की कार्रवाई शुरू की और वह गुरुवार सुबह 4 बजे तक चली। सेना एलओसी से 3 किमी दायरे में मौजूद आतंकियों के सात कैंप को तबाह कर दिया था। सेना के 9 पैरा-कमांडो की पांच क्रैक टीम ने सर्जिकल स्ट्राइक को सफल बनाया। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर यानी पीओके के भिंबर, हॉटस्प्रिंग, तत्तापानी, केल, लीपा सेक्टरों में सैन्य कार्रवाई चली। सैन्य कार्रवाई में बड़ी संख्या में आतंकियों और उनका समर्थन करने वाले पाक सैनिकों को ढेर किया गया। इसके बाद सुबह 4.30 बजे भारतीय जवान सुरक्षित अपने ठिकाने पर लौट आए।

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