Apache Helicopter: भारतीय सेना को अगले साल मिलेंगे अपाचे हेलीकॉप्टर, जानिए क्या होती है खासियत

Apache Helicopter: भारतीय सेना को पहला अपाचे हेलीकॉप्टर अगले साल की शुरुआत में मिलने की उम्मीद है। अप्रैल 2024 तक भारतीय सेना सभी छह को प्राप्त कर लेगी।

Written By :  Neel Mani Lal
Update:2023-01-23 12:19 IST

Apache helicopter (photo: social media )

Apache Helicopter: भारतीय सेना को एएच-64ई अपाचे हमलावर हेलीकाप्टर 2024 में मिल जाएंगे। सेना को ऐसे 6 अपाचे हेलीकॉप्टर मिलने हैं। 2019 में अमेरिकी विदेश विभाग ने भारतीय सेना के लिए हमलावर हेलीकॉप्टरों की अतिरिक्त बिक्री के लिए अपनी मंजूरी दी थी। 2020 में सेना के लिए छह हेलीकॉप्टरों के लिए लगभग 800 मिलियन डॉलर का सौदा किया गया है।

पहला हेलीकॉप्टर

भारतीय सेना को पहला अपाचे हेलीकॉप्टर अगले साल की शुरुआत में मिलने की उम्मीद है। अप्रैल 2024 तक भारतीय सेना सभी छह को प्राप्त कर लेगी। आर्मी एविएशन पायलट्स और टेक्निशियन्स की ट्रेनिंग अमेरिका में पहले से ही चल रही है।

हैदराबाद में बन रहे पुर्जे

19 जनवरी को भारतीय सेना को अपाचे के लिए बनाए जाने वाले छह फ्यूजलेज में से पहला असेंबली के लिए सौंप दिया गया। पांच और फ्यूजलेज हैदराबाद स्थित टाटा बोइंग एयरोस्पेस लिमिटेड (टीबीएएल) कारखाने में उत्पादन की प्रक्रिया में हैं। यह फैक्ट्री अमेरिकी एयरोस्पेस कंपनी बोइंग और टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड का संयुक्त उद्यम है। टीबीएएल द्वारा बोइंग की एरिजोना फैक्ट्री के लिए भेजे जाने से पहले हिस्से को सेना विमानन महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल एके सूरी को सौंप दिया गया था। टीबीएएल ने अब तक 200 फ्यूजलेज का निर्माण किया है और उन्हें असेंबली के लिए स्थानांतरित किया है। इसका मतलब है कि दुनिया भर में उड़ान भरने वाले हर अपाचे एएच-64 हेलीकॉप्टर में कम से कम कुछ हिस्से ऐसे होंगे जो टीबीएएल द्वारा बनाए गए हैं।

कैसा है कारखाना

बोइंग द्वारा जारी एक आधिकारिक बयान में बताया गया है कि 14,000 वर्ग मीटर में फैला कारखाना वैश्विक स्तर पर अपाचे फ्यूजलेज के लिए एकमात्र सप्लायर है। 2016 में स्थापित यह सुविधा बोइंग 737 और 777 सिविल एयरक्राफ्ट मॉडल के लिए जटिल एयरो-स्ट्रक्चर भी बनाती है। इस स्थान पर लगभग 900 इंजीनियर और तकनीशियन काम कर रहे हैं और उन्नत एयरोस्पेस अवधारणाओं का निर्माण प्रक्रियाओं, अत्याधुनिक रोबोटिक्स और स्वचालन का उपयोग करते हैं।

कई भारतीय कंपनियां शामिल

बोइंग के एक अधिकारी ने बताया है कि अपाचे हेलीकॉप्टर के धड़ सहित अधिकांश अतिरिक्त संरचनाएं भारत में स्थानीय रूप से बनाई जाएंगी। अपाचे हेलीकॉप्टर बनाने में कई भारतीय कंपनियां शामिल होंगी। अपाचे हेलीकॉप्टर के लिए विभिन्न घटकों को बनाने में शामिल भारतीय कंपनियों की संख्या 200 से अधिक हो गई है। एक अन्य भारतीय कंपनी रॉसेल टेकसिस 2013 से बोइंग को लंबे समय से आपूर्ति कर रही है। ये कंपनी एएच-64 अपाचे के लिए उच्च गुणवत्ता वाले बिजली के पैनल और हेलीकॉप्टर के लिए वायर हार्नेस की आपूर्ति करने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।

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