Narayana Murthy: इंफोसिस संस्थापक ने भारत की उच्च शिक्षा की गुणवत्ता पर उठाए सवाल, सरकारों को दिखाया आईना
Infosys Narayan Murthy: ब्रिटेन के पहले भारतवंशी प्रधानमंत्री बने ऋषि सुनक के ससुर और देश की दिग्गज आईटी कंपनी इंफोसिस के संस्थापक एन आर नारायणमूर्ति ने देश की उच्च शिक्षा की गुणवत्ता पर कठोर टिप्पणी की है।
Infosys Narayana Murthy: हाल ही में ब्रिटेन के पहले भारतवंशी प्रधानमंत्री बने ऋषि सुनक के ससुर और देश की दिग्गज आईटी कंपनी इंफोसिस के संस्थापक एन आर नारायणमूर्ति ने देश की उच्च शिक्षा की गुणवत्ता पर कठोर टिप्पणी की है। अपनी कंपनी से जुड़े एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि वर्ल्ड ग्लोबल रैंकिंग 2022 में भारत का एक भी उच्च शिक्षण संस्थान शामिल नहीं हैं।
नारायणमूर्ति ने कहा कि हमें वैक्सीन निर्माण के लिए भी किसी दूसरे विकसित देश के टेक्नोलॉजी या शोध पर निर्भर रहना पड़ता है। हम अभी भी डेंगू और चिकनगुनिया जैसी बीमारी की वैक्सीन नहीं ढूंढ पाए हैं, जिससे हम बीते 70 सालों से जूझ रहे हैं। दिग्गज अरबपति कारोबारी ने आगे कहा कि किसी भी आविष्कार की सफलता के लिए पहली जरूरत धन नहीं है। उन्होंने पूर्वी यूरोपीय देशों का जिक्र करते हुए कहा कि अगर ऐसा होता तो ये देश गणित के क्षेत्र में कभी बेहतर नहीं कर पाते।
इस घटना को बताया देश के लिए शर्मनाक
भारतीय दवा कंपनी 'मेडेन फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड' द्वारा निर्मित कफ सीरत के सेवन से अफ्रीकी देश गाम्बिया में 66 बच्चों की मौत हो गई थी। इंफोसिस के संस्थापक नारायणमूर्ति ने इस घटना को शर्मनाक करार देते हुए कहा कि इससे विदेशों में भारतीय फार्मा नियामक एजेंसी की छवि खराब हुई है। उन्होंने इस पर चिंता प्रकट करते हुए कहा कि इस घटना से भारत को दुनिया में शर्मसार होना पड़ा है।
नारायणमूर्ति ने कहा कि पिछले दो दशकों में भारत ने विज्ञान और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में काफी विकास किया है मगर अभी भी हमारे सामने कई चुनौतियां हैं। बता दें कि मेडेन फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड का प्लांट हरियाणा के सोनीपत शहर में स्थित है। मामला सामने आने के बाद राज्य सरकार ने फैक्ट्री को सील कर दिया था। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 5 अक्टूबर 2022 को एक अलर्ट जारी करते हुए कहा था कि मेडेन फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड द्वारा निर्मित कफ सीरफ लोगों की मौत या किडनी की गंभीर बीमारी के लिए जिम्मेदार हो सकती है।