इस्कॉन के चेयरमैन गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज का निधन, फेफड़ों में पंक्चर का चल रहा था इलाज

ISKCON Chairman Gopal Krishna Goswami Maharaj Death: इस्कॉन की गवर्निंग काउंसिल के अध्यक्ष गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज का आज सुबह निधन हो गया। 3 दिनों से उनका इलाज देहरादून के सिनर्जी अस्पताल में चल रहा था।

Report :  Aniket Gupta
Update: 2024-05-05 10:11 GMT

ISKCON Chairman Gopal Krishna Goswami Maharaj Death: इस्कॉन इंडिया के सबसे वरिष्ठ संन्यासियों में से एक और इस्कॉन की गवर्निंग काउंसिल के अध्यक्ष गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज का आज सुबह निधन हो गया। उन्होंने आज देहरादून में सुबह करीब साढ़े नाै बजे अंतिम सांस ली। बता दें, गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज बीते 2 मई को दूधली स्थित मंदिर के शिलान्यास आयोजन मे शामिल होने पहुंचे थे। यहां वह अचानक फिसलकर गिर गए थे। जिससे उनके फेफड़ों में पंक्चर हो गया था।

दिल्ली के इस्कॉन मंदिर में आज कर सकते हैं अंतिम दर्शन

हादसे के बाद से ही उनका इलाज देहरादून के सिनर्जी अस्पताल में चल रहा था। इलाज के दौरान ही आज सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली। बता दें, इस्कॉन की गवर्निंग काउंसिल के अध्यक्ष गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज के निधन की खबर की पुष्टि अस्पताल के एमडी कमल गर्ग ने की है। भक्त गोस्वामी महाराज के आखिरी दर्शन दोपहर साढ़े तीन बजे दिल्ली के इस्कॉन मंदिर में कर सकेंगे। कल उनकी मृत शरीर को वृंदावन ले जाया जाएगा। इसका समय अभी तय नहीं हुआ है।

दिल्ली में हुआ था गोस्वामी महाराज का जन्म

गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज का जन्म 1944 में नई दिल्ली में हुआ था। बचपन से ही वह एक मेधावी छात्र थे। गोस्वामी महाराज को फ्रांस के सोरबोन विश्वविद्यालय और कनाडा के मैकगिल विश्वविद्यालय में पढ़ाई के लिए दो छात्रवृत्तियां प्रदान की गई थीं। उन्होंने साल 1968 में कनाडा में अपने गुरु और इस्कॉन के संस्थापक आचार्य श्रील प्रभुपाद से भेंट की और तब से उन्होंने सभी की शांति और कल्याण के लिए भगवान कृष्ण और सनातन धर्म की शिक्षाओं को दुनिया के साथ साझा करने के लिए खुद को समर्पित कर दिया।

महाराज ने शुरू की थी अन्नामृत फाउंडेशन

गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज ने भारतीय संस्कृति और दर्शन के दुनिया के सबसे बड़े प्रकाशक भक्तिवेदांत बुक ट्रस्ट के ट्रस्टी के रूप में भी अपना योगदान दिया है। बता दें, भक्तिवेदांत बुक ट्रस्ट 70 से अधिक भाषाओं में भगवद गीता और श्रीमद्भागवतम जैसे ग्रंथों के अनुवाद और प्रकाशन की देखरेख करता है। अब तक 60 करोड़ से अधिक पुस्तकों की छपाई भी कर चुका है। गोस्वामी महाराज ने अन्नामृत फाउंडेशन की भी शुरुआत की, जो आज भारत के 20,000 से अधिक स्कूलों में 12 लाख से अधिक सरकारी स्कूली छात्रों को ताजा और पौष्टिक भोजन परोसता है।

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