International Road Federation: बसों समेत सभी भारी वाहनों में सीट बेल्ट अनिवार्य करना जरूरी
New Delhi: ग्लोबल सड़क सुरक्षा संगठन "इंटरनेशनल रोड फेडरेशन" ने भारत सरकार से यात्री बसों और स्कूल बसों सहित सभी भारी वाहनों में सीट बेल्ट का उपयोग अनिवार्य करने का आग्रह किया है।
New Delhi: ग्लोबल सड़क सुरक्षा संगठन "इंटरनेशनल रोड फेडरेशन" ने भारत सरकार से यात्री बसों और स्कूल बसों सहित सभी भारी वाहनों में सीट बेल्ट का उपयोग अनिवार्य करने का आग्रह किया है। संगठन का कहना है कि सड़क दुर्घटनाओं में हताहतों और चोटों को कम करने के लिए ये बेहद जरूरी है।
आईआरएफ के मानद अध्यक्ष केके कपिला ने सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय को लिखे एक पत्र में कहा है कि बसों में सीट बेल्ट उपलब्ध कराने की तत्काल आवश्यकता है, और इसे अनिवार्य बनाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि दिल दहला देने वाली यात्री बस दुर्घटनाएं हुई हैं, जिनमें निर्दोष लोगों की जान चली गई। उनमें से कई लोगों को बचाया जा सकता था, अगर उन्होंने सीट बेल्ट लगाई होती।"
भारत में सार्वजनिक परिवहन में असुरक्षितता का खतरा
कपिला ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग यातायात सुरक्षा प्रशासन के 2021 के आंकड़ों के अनुसार, अमेरिका में बस दुर्घटनाओं में केवल 14 व्यक्तियों की जान गई। इसी तरह, 2022 में चीन ने 215 मौतों की सूचना दी। उन्होंने बताया कि विकासशील और विकसित दोनों देशों ने बसों जैसे सार्वजनिक परिवहन के लिए कड़े सुरक्षा मानकों के कारण उल्लेखनीय परिणाम हासिल किए हैं।
कपिला ने कहा कि भारत में विरोधाभासी और चिंताजनक डेटा, बसों में सुरक्षा मानकों को अनिवार्य करने में कमी बताता है, जिससे स्कूली बच्चों, गरीबों और समाज के कम आय वर्ग के लोगों का जीवन खतरे में पड़ रहा है।
दरअसल, नए ट्रकों और बसों में सीट बेल्ट लगे तो होते हैं लेकिन इन्हें कोई लगाता नहीं है। बस ट्रक ड्राइवर तथा यात्रियों को सीट बेल्ट लगाने के प्रति न तो प्रेरित किया जाता है न इसे लागू किया जाता है।