महाराष्ट्र पर बोले अमित शाह, शरद पवार और सोनिया गांधी को दी ये चुनौती
महाराष्ट्र में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस का गठबंधन सरकार बनाने की तैयारी कर रहा है। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे गुरुवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। इस बीच बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और गृह मंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र की राजनीति पर प्रतिक्रिया दी है।
नई दिल्ली: महाराष्ट्र में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस का गठबंधन सरकार बनाने की तैयारी कर रहा है। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे गुरुवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। इस बीच बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और गृह मंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र की राजनीति पर प्रतिक्रिया दी है।
अमित शाह ने एनसीपी मुखिया शरद पवार और कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी चुनौती दी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पद का लालच देकर समर्थन लेना खरीद-फरोख्त नहीं है क्या?
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बीजेपी अध्यक्ष ने ट्वीट कर कहा कि 100 सीटों वाला गठबंधन 56 सीट वाली पार्टी को मुख्यमंत्री पद दे रहा है ये खरीद फरोख्त नहीं तो और क्या है? बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री पद का लालच देकर समर्थन लेना खरीद-फरोख्त नहीं तो और क्या है?
उन्होंने कहा कि मैं शरद जी और सोनिया जी को कहना चाहता हूं कि एक बार बोलकर देखें कि मुख्यमंत्री उनका होगा और फिर शिवसेना का समर्थन लें। लगभग 100 सीटों वाला गठबंधन 56 सीट वाली पार्टी को मुख्यमंत्री पद दे रहा है, ये खरीद-फरोख्त ही है।
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गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि शिवसेना के सभी विधायक हमारे साथ लड़कर ही चुनाव जीते हैं। उनका एक भी विधायक ऐसा नहीं है, जिसने मोदी जी की पोस्टर न लगाया हो। उनकी विधानसभाओं में बीजेपी की विधानसभाओं से भी बड़े कटआउट्स मोदी जी के लगे थे। क्या ये सब देश और महाराष्ट्र की जनता नहीं जानती है?
अमित शाह ने एक इंटरव्यू में कहा कि हम चुनाव में गए। हमारा शिवसेना के साथ गठबंधन हुआ। दोनों पार्टियों को एक-दूसरे के वोट मिले। हमारे गठबंधन को बहुमत मिला। यह जनादेश सिटिंग सीएम देवेंद्र जी को मिला। कई रैलियों में हमने कहा था कि मुख्यमंत्री देवेंद्र जी होंगे। किसी ने कोई विरोध नहीं किया। मैं साफ करना चाहता हूं कि पहले ढाई साल छोड़ दें, सीएम पद को लेकर भी कोई आश्वासन नहीं दिया गया था।
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उन्होंने कहा कि हमने हर रैली में देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री कहा है। इनमें कई रैलियों में शिवसेना नेता मंच पर मौजूद थे, लेकिन किसी ने कुछ नहीं कहा। शिवसेना का कोई भी विधायक ऐसा नहीं है, जिसने नरेंद्र मोदी जी का पोस्टर लगाकर वोट नहीं मांगे हैं। आदित्य ठाकरे ने भी लगाए थे।'
बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि सबसे पहले जनादेश तोड़ने का काम शिवसेना ने किया। विचारधारा और चुनावपूर्व गठबंधन के खिलाफ गए। विचारधारा को ताक पर रखा। हम पर विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया जा रहा है। हमने तो किसी विधायक को होटल में नहीं रखा।
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उन्होंने कहा कि जोड़ तोड़कर सरकार बनाना और इसे बीजेपी की हार बताना गलत है। जनता यह बात समझती है। शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस की विचारधारा का जोड़ क्या है? वे हम पर होर्स ट्रेडिंग का आरोप लगा रहे हैं, लेकिन उन्होंने तो मुख्यमंत्री पद देकर उन्होंने पूरा अस्तबल ही खरीद लिया। क्या पद का लालच खरीद-फरोख्त नहीं है।'
शिवसेना पर लगाया आरोप
अमित शाह ने शिवसेना पर विचारधारा से समझौता करने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि तमाम मुद्दों पर हमारा स्टैंड साफ है। जबकि शिवसेना प्रमुख चुनाव के बाद 23 तारीख को अयोध्या में दर्शन करने जाने वाले थे, लेकिन उन्होंने सीएम बनने के लिए अपना प्लान ड्रॉप कर दिया।