डेयरी कर्मचारी को गोली मारकर की लूट, गैंग बेनकाब करने में पुलिस नाकाम
राजधानी जयपुर के सोड़ाला में डेयरी कर्मचारी को गोली मारकर लूट की वारदात को अंजाम दिया गया। पिछले 6 महीने में डेयरी कलेक्शन कर्मचारी के साथ यह चौथी वारदात है।हैरानी की बात ये है कि सभी वारदात एक ही तरीके से और सोमवार को ही हुई जिससे एक ही गैंग द्वा
जयपुर: राजधानी जयपुर के सोड़ाला में डेयरी कर्मचारी को गोली मारकर लूट की वारदात को अंजाम दिया गया। पिछले 6 महीने में डेयरी कलेक्शन कर्मचारी के साथ यह चौथी वारदात है।हैरानी की बात ये है कि सभी वारदात एक ही तरीके से और सोमवार को ही हुई जिससे एक ही गैंग द्वारा वारदात किए जाने की आशंका है।लेकिन पुलिस इस गैंग का पता नहीं लगा पाई है।
जयपुर में सोमवार दोपहर डेयरी से जुड़े कलेक्शन कर्मचारी ओमप्रकाश की गोली मारकर हत्या कर दी गई।यह हत्या 7 लाख 85 हजार रूपए लूटने के इरादे से की गई।बाइक सवार तीन बदमाश वारदात को अंजाम देकर फरार हो गए,लेकिन नाकाबंदी के बावजूद पुलिस उन्हें नहीं पकड़ पाई।
पिछले 6 महीने में डेयरी कलेक्शन कर्मचारी के साथ यह चौथी लूट की वारदात है। हैरानी इस बात की है कि सभी वारदातें सोमवार को हुई हैं और एक ही तरीके से अंजाम दी गई हैं।यानी निश्चित तौर पर इसके पीछे एक ही गैंग का हाथ है।जो डेयरी कलेक्शन कर्मचारी की रेकी के बाद हमला कर लूट को अंजाम दे रही है।इससे पहले 20 मई 2017 को ओटीएस चौराहे के पास डेयरी के कलेक्शन एजेंट जितेंद्र पाल सिंह के साथ वारदात हुई थी।बाइक सवार बदमाशों ने उनके सिर पर लोहे की पाइप से वार किया और 2,48,000 रुपए लूटकर फरार हो गए।इस मामले में दो आरोपी गिरफ्तार भी किए गए थे।
इसके बाद 22 मई 2017 को जगतपुरा इलाके में सरस डेयरी के कलेक्शन एजेंट कैलाश गुर्जर पर हमला कर 4 लाख रुपए लूटे गए।इस वारदात में भी बदमाश बाइक पर आए और सरिये से सिर पर वार कर नोटों से भरा बैग लूट ले गए।इस मामले में भी पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था।तो दो बाल अपचारी भी पकड़े थे।ऐसी ही लूट की वारदात 14 अगस्त 2017 को महावीर नगर इलाके में हुई जहां 4 बाइक सवार बदमाशों ने डेयरी के कलेक्शन एजेंट अजय सिंह राजावत पर हमला किया और 9 लाख रुपए लूटकर फरार हो गए।इस मामले में भी चार बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया गया।
इन सभी वारदातों में जो कॉमन बात है, वो ये है कि सभी वारदातें डेयरी कलेक्शन एजेंट के साथ हुईं और सभी वारदातों को अंजाम देने का तरीका भी एक ही है।ऐसे में इस बात की पूरी संभावना है कि कहीं डेयरी का कोई कर्मचारी ही तो बदमाशों को जानकारी नहीं दे रहा।इसके अलावा दूसरा बड़ा सवाल ये है कि जब बदमाश पहले से पकड़े जा चुके हैं तो पुलिस इस पूरे गैंग को बेनकाब क्यों नहीं कर पा रही।