Jharkhand Election 2024: CM हेमंत सोरेन की बरहेट सीट पर सस्पेंस खत्म, भाजपा ने इस उम्मीदवार पर लगाया दांव

Jharkhand Election 2024: झारखंड के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ बरहेट विधानसभा सीट पर अपने उम्मीदवार का ऐलान कर दिया है।

Report :  Anshuman Tiwari
Update:2024-10-28 12:21 IST

Jharkhand Election (social media) 

Jharkhand Election 2024: झारखंड के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ बरहेट विधानसभा सीट पर अपने उम्मीदवार का ऐलान कर दिया है। मुख्यमंत्री सोरेन के खिलाफ गमालियल हेंब्रम को चुनाव मैदान में उतारा गया है। भाजपा ने झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए दो उम्मीदवारों की फाइनल सूची जारी कर दी है। बरहेट से हेंब्रम और टुंडी विधानसभा सीट से विकास महतो को टिकट दिया गया है।

बरहेट विधानसभा सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है और इस सीट पर 20 नवंबर को वोटिंग होने वाली है। बरहेट को झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) का गढ़ माना जाता है और इस सीट पर हेमंत सोरेन पहले ही नामांकन दाखिल कर चुके हैं। सोरेन इस सीट पर 2014 से ही जीत हासिल कर रहे हैं। सियासी हल्कों में सोरेन के खिलाफ भाजपा उम्मीदवार के नाम की बेसब्री से प्रतीक्षा की जा रही थी और भाजपा ने भी अब अपने पत्ते खोल दिए हैं।

पिछली बार दो सीटों से जीते थे सोरेन

2019 के विधानसभा चुनाव के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दो सीटों पर चुनाव लड़ा था। बरहेट के साथ ही वे दुमका सीट से भी प्रत्याशी थे। दोनों स्थानों पर उन्हें जीत हासिल हुई थी। बाद में उन्होंने दुमका सीट से इस्तीफा दे दिया था। इस सीट से उनके अनुज बसंत सोरेन उपचुनाव में निर्वाचित हुए।


इस बार सियासी हालात बदले हुए हैं और हेमंत सोरेन ने सिर्फ बरहेट सीट से ही नामांकन दाखिल किया है। सोरेन के नामांकन के बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा भी भाजपा प्रत्याशी की घोषणा के इंतजार में था और अब भाजपा ने गमालियल हेंब्रम पर दांव लगाया है।

भाजपा ने हेंब्रम पर जताया भरोसा

बरहेट विधानसभा सीट के लिए बीजेपी की ओर से जिन नेताओं को उम्मीदवार बनाए जाने की चर्चा थी, उनमें गमालियल हेंब्रम, रेणुका मुर्मू और सिमोन मालतो के नाम शामिल थे। सिमोन मालतो ने 2019 के विधानसभा चुनाव में भी हेमंत सोरेन को टक्कर दी थी और वे दूसरे स्थान पर रहे थे जबकि गमालियल हेंब्रम पिछले चुनाव में आजसू पार्टी उम्मीदवार के रूप में चुनाव मैदान में थे।

आजसू उम्मीदवार के रूप में हेंब्रम को मात्र 2573 वोट हासिल हुए थे। पिछले विधानसभा चुनाव में हेमंत सोरेन ने 73 हजार से अधिक वोट हासिल करते हुए जीत का परचम लहराया था। भाजपा उम्मीदवार को करीब 48 हजार वोट मिले थे। इसके बावजूद भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने इस बार हेंब्रम पर भरोसा जताया है।



 युवाओं के बीच लोकप्रिय हैं हेंब्रम

पिछला विधानसभा चुनाव के दौरान हेंब्रम भले ही अपनी ताकत न दिखा पाए हों मगर पिछले कुछ वर्षों के दौरान उन्होंने युवाओं में अच्छी पकड़ बनाई है। उनकी पत्नी विनीत टुंडू खैरवा पंचायत की मुखिया हैं। हेंब्रम की पहचान बड़े फुटबॉल टूर्नामेंट आयोजित करने वाले शख्स के तौर पर बन गई है। पिछले कुछ वर्षों में उन्होंने कई ऐसे टूर्नामेंट आयोजित कराए हैं जिनमें देश और विदेश के कई चर्चित खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया है।

माना जा रहा है कि युवाओं में उनकी मजबूत पकड़ के कारण ही भाजपा की ओर से उन्हें चुनाव मैदान में उतारा गया है। इस बार के विधानसभा चुनाव में भाजपा और आजसू के बीच चुनावी गठबंधन है और ऐसी स्थिति में माना जा रहा है कि हेंब्रम सोरेन के लिए चुनौती पेश कर सकते हैं।


बरहेट में आज तक नहीं जीती है भाजपा

वैसे साहिबगंज जिले में स्थित बरहेट विधानसभा सीट पर भाजपा आज तक जीत नहीं हासिल कर सकी है। इस विधानसभा क्षेत्र को झामुमो का गढ़ माना जाता है और हेमंत सोरेन ने 2014 और 2019 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर जीत हासिल की थी। 2019 में इस सीट पर जीत हासिल करने के बाद वे झारखंड के मुख्यमंत्री बने थे।

झारखंड में भाजपा 68 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ रही है। पार्टी 66 उम्मीदवारों की घोषणा पहले ही कर चुकी थी और अब दो उम्मीदवारों की फाइनल लिस्ट भी जारी की जा चुकी है। भाजपा ने दो सीटें जदयू को दी हैं जबकि बाकी बची 11 सीटों पर आजसू ने अपने प्रत्याशी उतारे हैं। झारखंड में 13 और 20 नवंबर को दो चरणों में मतदान होना है जबकि चुनाव नतीजे की घोषणा 23 नवंबर को की जाएगी।

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