झारखंड: प्रकाश पर्व में शामिल हुए मुख्यमंत्री, सिख समुदाय के योगदान को सराहा
रांची में आयोजित प्रकाश पर्व में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन शामिल हुए। इस दौरान उन्होने कहा कि, कोरोना महामारी का सभी ने मिलकर सामना किया है।
रांची: गुरुनानक देव जी के 551वें जयंती के अवसर पर झारखंड में कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। रांची में आयोजित प्रकाश पर्व में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन शामिल हुए। इस दौरान उन्होने कहा कि, कोरोना महामारी का सभी ने मिलकर सामना किया है। संक्रमण की चुनौती के बावजूद हम सभी ने अपनी आस्था और परंपरा को बचाकर रखा है।
कोरोना काल में सिख समुदाय के योगदान को याद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि, कोविड के दौर में सभी समुदायों विशेषकर सिख समुदाय ने व्यापक भूमिका निभाई है। सभी के योगदान के कारण आज संक्रमण के मामले में झारखंड की स्थिति बाकी राज्यों के मुकाबले बेहतर है।
महामारी के बीच प्रकाश पर्व
कोरोना महामारी के दौर में प्रकाश पर्व का आयोजन बेहद सीमित दायरे में किया गया। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पुराने दिनों को याद करते हुए कहा कि, गुरुनानक जयंती पर जो चहल-पहल रहती थी वो भले ही आज न हो लेकिन लोगों की आस्था और श्रद्धा में कोई कमी नहीं आई है। आपको बता दें कि, कोविड 19 को देखते हुए हेमंत सोरेन सरकार ने बड़े स्तर पर धार्मिक कार्यक्रम करने की अनुमति नहीं दी है।
सिख समुदाय की ओर से प्रकाश पर्व पर गाइडलाइन में छूट की मांग की गई थी। नहीं मिलने की स्थिति में रांची के गुरुनानक स्कूल में बेहद सीमित संख्या में प्रकाश पर्व को लेकर कार्यक्रम आयोजित किए गए।
यह भी पढ़ें: दहला बाबा आमटे परिवार: पोती ने की आत्महत्या, सामने आई ये बड़ी वजह
कांग्रेस भवन में गुरुनानक जयंती
रांची स्थित कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय में भी गुरुनानक देव जी जयंती मनाई गई। इस दौरान अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष मोहम्मद शकील की अगुवाई में प्रकाश पर्व को लेकर गुरुनानक देव जी को याद किया गया और उनके पद चिन्हों पर चलने का संकल्प लिया गया। मीडिया से बात करते हुए उन्होने कहा कि, गुरुनानक देव जी का संदेश है कि, सभी इंसान एक समान हैं। उनके बीच फर्क नहीं किया जाना चाहिए।
यह भी पढ़ें: बनारस में मोदी का विपक्ष पर जोरदार हमला, न करें किसानों के साथ ऐसी राजनीति
गुरुनानक जयंती और किसान आंदोलन
कांग्रेस कार्यालय में आयोजित गुरुनानक जयंती पर किसानों को भी याद किया गया। कांग्रेस नेता ज्योति मथारू ने कहा कि, एक तरफ देश-दुनिया में प्रकाश पर्व मनाया जा रहा है तो दूसरी ओर बड़ी संख्या में हमारे किसान भाई सड़कों पर आंदोलन कर रहे हैं। पंजाब और हरियाणा समेत विभिन्न राज्यों से ताल्लुक रखने वाले किसानों की आवाज़ को केंद्र दबाना चाहती है।
सरकार को चाहिए कि, किसानों की मांगों पर ग़ौर करे और उनके ऊपर डंडे बरसाना बंद करे। अन्नदाताओं पर लाठियां बरसाने से बड़ा जुर्म कुछ और नहीं हो सकता। उन्होने कहा कि, किसानों पर लाठियां बरसाने वाले पुलिस वालों को भी लंगर लगाकर खाना खिलाया जा रहा है। यही सिख समुदाय की सीख है।
[video data-width="640" data-height="352" mp4="https://newstrack.com/wp-content/uploads/2020/11/CM_BITE_ON_PRAKASH_PARV.mp4"][/video]
रिपोर्ट- शाहनवाज़
यह भी पढ़ें: किसानों के समर्थन में उतरी खांपे, कल करेंगी दिल्ली कूच, केंद्र सरकार की मुसीबतें बढ़ी
दोस्तों देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।