शादी का झांसा देकर DSP ने युवती का किया यौन शोषण, फिर दूसरे से कर लिया विवाह
पीड़िता ने बताया कि उसका संपर्क डीएसपी से एक सहेली के जरिये हुआ था। वह सहेली डीएसपी की भाभी की बहन लगती है। उसी ने पीड़िता का परिचय वर्ष 2016 में डीएसपी से कराया था।
रांची: झारखंड के अंदर यौन शोषण के आरोप लगने के बाद एक डीएसपी की मुश्किलें बढ़ना शुरू हो गई हैं। इस मामले में उसके खिलाफ शिकायत राज्यपाल, मुख्यमंत्री और राज्य के डीजीपी तक से की गई है।
डीएसपी पर यौन शोषण का आरोप लगाने वाली युवती हजारीबाग की रहने वाली है। उसने अपनी लिखित शिकायत में ये कहा है कि जमशेदपुर में पोस्टेड डीएसपी अरविंद कुमार ने शादी का झांसा देकर उसका यौन शोषण किया है।
इस मामले में मुख्यमंत्री के अलावा कई अन्य सक्षम अधिकारियों से भी शिकायत की जा चुकी है। मामले में अभी कार्यवाही पूरी हुई नहीं है। जबकि इससे पहले ही डीएसपी ने दूसरा विवाह कर लिया है।
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अस्पताल में पीड़िता 15 दिन तक रही थी एडमिट
इस पूरे मामले में पीड़िता का ये भी कहना है कि डीएसपी अरविंद ने उसे धमकाया भी है। जिसके बाद से पीड़िता डिप्रेशन में आ गई। इसके बाद उसके घर वाले उसे वापस रांची लेकर आ गए।
वहां उसे सदर अस्पताल में भर्ती कर 15 दिन रखा गया। इस दौरान डीएसपी अरविंद उससे मुलाकात करने के लिए रांची आए और विश्वास दिलाया कि वह जल्द उससे शादी करेंगे। इसके बाद पीड़िता के माता-पिता ने अरविंद के पिता से संपर्क किया और घटना के बारे में जानकारी दी।
मामले अरविन्द के परिवार तक पहुंचने के बाद इसे लेकर दोनों पक्षों के बीच हजारीबाग स्थित मंदिर में कई बार बातचीत भी हुई। अरविंद के पिता ने कहा था कि जितना पैसा पहले लड़की वाले दे रहे हैं, उतना पैसा अगर पीड़िता के परिवार वाले देंगे तो वह शादी करने के लिए तैयार हैं।
इस पर पीड़िता के परिवार ने डीएसपी के पिता को समझाया कि उनके पास इतने पैसे नहीं हैं और हैसियत के हिसाब से 9.51 लाख देने के लिए तैयार हुए। पीड़िता के अनुसार यह रकम डीएसपी के परिवार ने ले भी लिया लेकिन बाद में शादी से मना कर दिया।
वहीं इस मामले में आरोपी डीएसपी अरविन्द का कहना है कि डीएसपी बनने के बाद मुझे ब्लैकमेल करने के लिए युवती अनर्गल आरोप लगा रही है।
युवती द्वारा लगाए गए आरोपों की पुलिस मुख्यालय से लेकर कई आला अधिकारियों ने जांच की है। इसमें सारे आरोप झूठे पाए गए हैं। मुझे बेवजह परेशान करने के लिए युवती गलत आरोप लगा रही है। मुझ पर लगाए गए कोई भी आरोप सच नहीं हैं।
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ऐसे अरविन्द के सम्पर्क में आई थी पीड़िता
वहीं पीड़िता ने बताया कि उसका संपर्क डीएसपी से एक सहेली के जरिये हुआ था। वह सहेली डीएसपी की भाभी की बहन लगती है। उसी ने पीड़िता का परिचय वर्ष 2016 में डीएसपी से कराया था। इसके बाद दोनों के बीच मोबाइल नंबर शेयर हुए थे।
उसके बाद से दोनों के बीच बातचीत होने लगी। धीरे-धीरे उनके बीच नजदीकियां और भी ज्यादा बढ़ने लगी। कई बार अलग-अलग पार्क और मंदिरों में दोनों का साथ घूमना-फिरना भी हुआ।
पीड़िता संत कोलंबस कॉलेज हजारीबाग में बीएड द्वितीय वर्ष की छात्रा थी। पढ़ाई के लिए हजारीबाग में किराये के मकान में रहती थी।
डीएसपी अरविंद हमेशा उससे मुलाकात करने के लिए उसके पास किराये के मकान में आया-जाया करते थे। उन्होंने उसके कमरे में आकर वर्ष 2016 से 2017 के दौरान शारीरिक संबंध बनाया। उसने शादी का वादा किया था।
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