Wayanad Ragging: पुलिस ने किया बड़ा खुलासा, इस वजह से छात्र ने कर लिया था सुसाइड
Wayanad Ragging: रिपोर्ट में पुलिस ने खुलासा किया है कि मृतक छात्र के साथ 29 घंटों तक मारपीट की गई थी। पुलिस का कहना है कि छात्र को शारीरिक और मानसिक रूप से टॉर्चर किया गया था।
Wayanad Ragging: केरल के वायनाड में रैगिंग से परेशान छात्र की मौत के मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। केरल पुलिस ने सिद्धार्थन सुसाइड मामले में प्राइमरी जांच रिपोर्ट सबमिट कर दी है। इस रिपोर्ट में पुलिस ने खुलासा किया है कि मृतक छात्र के साथ 29 घंटों तक मारपीट की गई थी। पुलिस का कहना है कि छात्र को शारीरिक और मानसिक रूप से टॉर्चर किया गया था। केरल पुलिस अब इस घटना की हत्या के एंगल से भी जांच कर रही है।
केरल के वायनाड में स्थित वेटनरी एंड एनिमल साइंस यूनिवर्सिटी के 20 वर्षीय छात्र सिद्धार्थन ने रैगिंग से परेशान होकर हॉस्टल के बाथरूम में सुसाइड कर लिया था, यहा मामला 18 फरवरी 2024 का है। सिद्धार्थन वेटनरी का छात्र था और हॉस्टल में रहकर पढ़ाई कर रहा था। उसके परिजनों ने यह आरोप लगाया था कि उनके बेटे के साथ रैगिंग हुई थी, जिससे वह परेशान होकर ही उनके बेटे ने आत्महत्या की है। उन्होंने बताया कि उनके बेटे के साथ हॉस्टल में आए दिन रैगिंग हो रही थी। स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया की छात्र शाखा के कार्यकर्ता और अन्य छात्र उसके साथ रैगिंग करते थे, इस बात की जानकारी खुद ने उनके बेटे ने दी थी।
29 घंटे तक छात्र को पीटते रहे सीनियर्स
वेटेनरी छात्र सिद्धार्थन की मौत के मामले में केरल पुलिस ने अपनी प्रारंभिक जांच रिपोर्ट तैयार कर ली है। इस जांच रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने यह खुलासा किया है कि छात्र की मौत रैगिंग के दौरान हुई मारपीट की वजह से हुई। पुलिस ने यह भी बताया है कि छात्र को मानसिक और शारीरिक दोनों रूप से प्रताड़ित किया जा रहा था। पुलिस ने जांच रिपोर्ट में यह स्पष्ट किया है कि छात्र को 16 फरवरी की सुबह 9 बजे से लेकर 17 फरवरी की दोपहर 2 बजे तक हाथों और बेल्ट से पीटा गया था। छात्र के साथ लगभग 29 घंटों तक सीनियर्स मारपीट करते रहे। जिसके बाद छात्र ने 18 फरवरी को आत्महत्या कर ली। पुलिस का कहना है कि रैगिंग की बर्बरता से परेशान होकर ही छात्र ने जान दी है।
पुलिस ने सीबीआई को सौंपी रिपोर्ट
परिजनों व सहपाठियों से पूछताछ में यह पता चला है कि वेटेनरी छात्र सिद्धार्थन रैगिंग से काफी ज्यादा तनाव में था। वह पढ़ाई छोड़कर घर भी जाना चाहता था, लेकिन बदनामी के डर से उसने मौत का रास्ता चुन लिया। पुलिस ने इस मामले में 20 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने अपनी जांच रिपोर्ट सीबीआई को सौंप दी है। अब सीबीआई इस मामले में सभी आरोपितों से पूछताछ कर आगे की जांच करेगी।