कहां चला गया कुलभूषण जाधव का परिवार, दोस्तों ने कहा- पाक उनके साथ करेगा सरबजीत जैसा हाल
मुंबई: पाकिस्तान में भारतीय सेना के पूर्व अधिकारी कुलभूषण जाधव उर्फ हुसैन मुबारक पटेल को सोमवार को सजा-ए-मौत की सजा सुनाई गई। जिससे भारत गुस्साया हुआ है। कुलभूषण जाधव के मामलो को आज सोमवार (11 अप्रैल) को संसद में भी उठाया गया। पाक के इस फैसले से जाधव का परिवार सदमे में है। फांसी की खबर सुनकर जाधव का परिवार मुंबई छोड़कर किसी अज्ञात स्थान पर चला गया है।
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कहा था जाधव का परिवार
-कुलभूषण जाधव के एक दोस्त के मुताबिक जाधव की पत्नी, मां बेटा शुभांकर और बेटी भैरवी रविवार को पुणे से मुंबई पहुंची थी।
-जाधव का परिवार मुबंई के हीरानंदानी गार्डन्स में सिल्वर ओक अपार्टमेंट के फ्लैट में ठहरे था।
-जो जाधव परिवार का ही है।
-सोमवार को जब पाकिस्तान द्वारा उनकी फांसी का ऐलान किया गया तो उनके घर के बाहर की सुरक्षा बढ़ा दी गई थी।
-इसी बीच सोमवार को ही जाधव की फैमिली मुंबई छोड़कर किसी अज्ञात स्थान पर चली गई।
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कुलभूषण को दोस्तों का साथ मिला था
-जाधव को 2016 में पाकिस्तान में अरेस्ट किया था।
-गिरफ्तारी की खबर मिलने के बाद उनके दोस्तों ने पाक के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था।
-दोस्तों ने उन्हें वापस लाने के लिए 'कुलभूषण को वापस लाओ' अभियान चलाया था।
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-उनके दोस्त तुलसीदास पवार ने कहा, 'हमें पता था कि पाकिस्तान कुलभूषण का हाल भी सरबजीत जैसा ही करेगा।
-पवार ने यह भी बताया कि, बचपन में हमारे साथ खेलने वाला हमारा दोस्त बहुत बड़ी मुश्किल में है। वह बहुत मेहनती था और नेवी -जॉइन करने पर बहुत खुश था।
-नेवी से रिटायर होने पर उसने अपना बिजनेस भी शुरु किया था।
-हमें नहीं लगता कि उसने रॉ ज्वाइन की होगी।
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क्या करते थे जाधव के पिता
-जाधव के पिता सुधीर जाधव और उनके चाचा सुभाष जाधव मुंबई पुलिस में असिस्टेंट कमिश्नर ऑफ पुलिस के पद से रिटायर हुए हैं।
-उनके पिता महाराष्ट्र के सांगली में रिटायर्ड जीवन बिता रहे हैं।
-कुलभूषण जाधव का सतारा के आनेवाड़ी गांव में फार्म हाउस है, अभी वहां पर ताला लगा हुआ है।
-जाधव जब भी यहां आते थे तब गांव के लोगों को मदद देते थे। सामाजिक कार्यों में हमेशा सक्रिय रहते थे।