Lok Sabha Election: बंगाल में सीट शेयरिंग का नया फॉर्मूला, ममता को मनाने की कांग्रेस की कोशिश

Lok Sabha Election 2024: कांग्रेस नेताओं को इस नए फॉर्मूले के आधार पर पश्चिम बंगाल में लोकसभा की पांच सीटें हासिल होने की उम्मीद है।

Written By :  Anshuman Tiwari
Update: 2024-02-23 04:32 GMT

Mamata Banerjee and Rahul Gandhi  (Photo: social media )

Lok Sabha Election 2024: पश्चिम बंगाल में नाराज ममता बनर्जी को मनाने के लिए कांग्रेस की ओर से सीट शेयरिंग का नया फॉर्मूला तैयार किया गया है। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि नए फॉर्मूले के आधार पर टीएमसी के साथ बातचीत का नया दौर शुरू किया गया है। कांग्रेस नेताओं को इस नए फॉर्मूले के आधार पर पश्चिम बंगाल में लोकसभा की पांच सीटें हासिल होने की उम्मीद है। इसके बदले में कांग्रेस की ओर से टीएमसी को असम की दो और मेघालय की एक लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ने का मौका दिया जा सकता है।

हाल में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच उत्तर प्रदेश में चुनावी गठबंधन को अंजाम तक पहुंचाने में कामयाबी मिली थी। इसके साथ ही कांग्रेस अरविंद केजरीवाल की पार्टी आप के साथ दिल्ली और कुछ और राज्यों में चुनावी गठबंधन करने में कामयाब रही है। अब पश्चिम बंगाल में सीट शेयरिंग के लिए नए सिरे से कवायद की शुरू की गई है। विपक्षी दलों के बीच हुए इस चुनावी गठबंधन से बिखरते हुए इंडिया गठबंधन को मजबूत बनाने की दिशा में ठोस पहल की गई है।

तल्ख बयानबाजी के बाद ठप हुई थी बातचीत

दरअसल पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस के बीच सीट बंटवारे के मुद्दे पर काफी दिनों से खींचतान चल रही है। तृणमूल कांग्रेस की ओर से कांग्रेस को राज्य में दो सीटें देने का प्रस्ताव किया गया था जिस पर पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने तीखी प्रतिक्रिया जताई थी। चौधरी की तीखी बयानबाजी के बाद ममता बनर्जी का तीखा तेवर सामने दिखाया था। ममता बनर्जी ने कांग्रेस को देशभर में 40 लोकसभा सीटें जीतने की बड़ी चुनौती दे डाली थी। दोनों पक्षों के बीच तल्ख बयानबाजी के कारण सीट बंटवारे को लेकर बातचीत पर पूरी तरह ब्रेक लग गया था।

अब दोनों दलों के बीच सीट बंटवारे के मुद्दे पर नया फॉर्मूला तैयार किया गया है। पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस ज्यादा मजबूत है और ऐसे में कांग्रेस की ओर से राज्य में पांच सीटें देने का प्रस्ताव रखा गया है। इसके बदले में तृणमूल कांग्रेस को असम में दो और मेघालय में एक लोकसभा सीट दी जा सकती है। तृणमूल कांग्रेस के नेताओं की ओर से इन दोनों राज्यों में कांग्रेस से सीटों की डिमांड की जा रही है।

नाराज ममता को मनाने की कोशिश

वैसे कांग्रेस की ओर से पेश किए गए फॉर्मूले पर टीएमसी को तैयार करने में कहां तक कामयाबी मिल पाती है,यह देखने वाली बात होगी। जानकारों का कहना है कि टीएमसी की ओर से पश्चिम बंगाल में कांग्रेस को दो सीटें देने की बात कही गई है। हालांकि इसके पूर्व टीएमसी मुखिया और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य की सभी लोकसभा सीटों पर अपने दम पर चुनाव लड़ने का बड़ा ऐलान कर डाला था।

ऐसे में यह देखने वाली बात होगी कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व टीएमसी मुखिया ममता बनर्जी को मनाने में कहां तक कामयाब हो पता है। जानकार सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी भी जल्द ही ममता बनर्जी से फोन पर बातचीत कर सकती हैं।

टीएमसी कर रही इन सीटों की डिमांड

कांग्रेस के साथ सीट शेयरिंग के मुद्दे पर बातचीत करने वाले टीएमसी के एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान मेघालय की तुरा लोकसभा सीट पर टीएमसी को 28 फ़ीसदी वोट हासिल हुए थे जबकि कांग्रेस को सिर्फ 9 फ़ीसदी वोट मिले थे। इसलिए टीएमसी की ओर से कांग्रेस से इस सीट की डिमांड की गई है।

दूसरी ओर शिलांग लोकसभा सीट पर कांग्रेस को 15 फीसदी जबकि टीएमसी को सिर्फ छह फीसदी वोट हासिल हुए थे। ऐसे में हम शिलांग सीट कांग्रेस के लिए छोड़ने को पूरी तरह तैयार हैं।

इसी तरह असम में टीएमसी की ओर से दो सीटों की मांग की गई है मगर पार्टी एक सीट पर भी कांग्रेस के साथ समझौता करने के लिए तैयार है। टीएमसी नेता का कहना है कि हमारे रुख में पूरी तरह स्पष्टता है। हम पश्चिम बंगाल में कांग्रेस को दो सीटें देने के लिए तैयार हैं जबकि इसके बदले हमें दो राज्यों में दो अन्य सीटों पर चुनाव लड़ने का मौका दिया जाना चाहिए। वैसे कांग्रेस की ओर से पश्चिम बंगाल में पांच सीटें मांगी जा रही हैं और ऐसे में यह देखने वाली बात होगी कि कांग्रेस नेतृत्व टीएमसी मुखिया ममता बनर्जी को इसके लिए राजी कर पाता है या नहीं।

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