भोपाल : मध्यप्रदेश के पनागर तहसील से जातिगत भेदभाव की एक शर्मनाक तस्वीर सामने आई है। यहां दबंगों ने दलित समुदाय के लोगों को शवयात्रा के दौरान अपने खेत से गुजरने नहीं दिया। परिवार को मजबूरन तालाब के रास्ते शवयात्रा निकालनी पड़ी। गौरतलब है कि बीते दिनों से कालाहांडी और बालासोर में एंबुलेंस या मोर्चरी वाहन के अभाव में लाश के साथ अमानवीय व्यवहार की घटना सुर्ख़ियों में बनी हुई थी। उसके ठीक बाद इस घटना ने लोगों के दिलों को अंदर तक झकझोड़ दिया है।
क्या है मामला ?
-इस ताजा मामले में बताया जाता है कि बारिश की वजह से शमशान घाट तक जाने वाली कच्ची सड़क डूब गई थी।
-शमशान तक पहुंचने के लिए सिर्फ दबंगों के खेत से गुजरने का रास्ता ही बचा था।
-ऐसे में ऊंची जाति के दबंगों ने अर्थी को अपनी खेत के रस्ते ले जाने देने से इनकार कर दिया।
-इसके बाद मृतक के परिजनों को तालाब के रास्ते शवयात्रा निकालनी पड़ी।
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अवैध कब्जे की है जमीन
-बाद में जो जानकारी सामने आई है उसकी मानें तो दबंग जिस खेत को अपनी जमीन बता रहे हैं असल में सरकारी जमीन है।
-दरअसल इस सरकारी जमीन पर दबंगों ने कब्जा कर रखा है।
डीएम ने मामला रंजिश का बताया
-इस संबंध में जब जबलपुर के डीएम से बात की गई तो उन्होंने इसे रंजिशन बताया।
-उनके मुताबिक दबंग और मृतक का परिवार एक ही जाति से ताल्लुक रखते हैं।