Maharashtra Cabinet: शिंदे सरकार का जल्द होगा मंत्रिमंडल विस्तार, बीजेपी को मिलेंगे इतने मंत्री पद
Maharashtra Cabinet: महाराष्ट्र में एक तरफ जहां नई सरकार के कैबिनेट के गठन की कवायद चल रही है, वहीं पूर्व सीएम और शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे अपनी पार्टी बचाने में व्यस्त हैं।
Maharashtra Cabinet: बगावत की बुनियाद पर बनी एकनाथ शिंदे सरकार (Eknath Shinde Government) का जल्द मंत्रिमंडल विस्तार होगा। मिली जानकारी के मुताबिक, ये विस्तार दो चरणों में प्रस्तावित है। पहला राष्ट्रपति चुनाव से पहले तो दूसरा चुनाव के बाद। सूत्रों के मुताबिक, शिंदे कैबिनेट (Shinde Cabinet) की रूपरेखा तैयार की जा चुकी है। महाराष्ट्र सरकार (Maharashtra Government) में बीजेपी (BJP) कोटे से 28 मंत्री बनाए जाएंगे, जिनमें आठ राज्यमंत्री होंगे। गृह, वित्त, ऊर्जा, हाउसिंग, PWD, खेल, राजस्व और ग्राम विकास जैसे अहम और मलाईदार विभाग बीजेपी के पास होंगे।
महाराष्ट्र में एक तरफ जहां नई सरकार के कैबिनेट के गठन की कवायद चल रही है, वहीं पूर्व सीएम और शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे अपनी पार्टी बचाने में व्यस्त हैं। बागी शिंदे गुट को हावी होता देख उन्हेंने पूरा ध्यान संगठन पर केंद्रित किया है, ताकि एकनाथ शिंदे शिवसेना संगठन में कोई बड़ी सेंधमारी न कर सकें और शिवसेना के चुनाव – चिह्न तीर – धनुष को बचा सकें।
सांसदों में भी बगावत की आशंका
शिवसेना के लोकसभा में 12 और राज्यसभा में तीन सांसद हैं। बागी गुट के विधायक गुलाबराव पाटिल द्वारा 12 सांसदों के समर्थन के दावे के बाद शिवसेना की बेचैनी और बढ़ गई है। शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने इस दावे के बाद लोकसभा स्पीकर को चीफ व्हिप बदलने की अर्जी दी है। राउत ने लेटर में ठाणे से सांसद राजन विचारे को चीफ व्हिप बनाने की सिफारिश की है। बता दें कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे भी ठाणे से आते हैं और राजन को उनका करीबी माना जाता है। हालांकि, अब तक के पूरे घटनाक्रम में वो ठाकरे परिवार के साथ खड़े रहे हैं। माना जा रहा है कि इसलिए उन्हें ये जिम्मेदारी दी गई है।
इससे पहले लोकसभा में चीफ व्हिप की जिम्मेदारी यवतमाल-वाशिम से शिवसेना सांसद भावना गवली के पास थी। सूत्रों के मुताबिक, बीते दिनों गवली के नेतृत्व में शिवसेना के चार सांसदों ने उद्धव ठाकरे से मुलाकात कर उन्हें सीएम एकनाथ शिंदे से सुलह करने का सुझाव दिया था। माना जा रहा है कि इसी वजह से उन्हें चीफ व्हिप की जिम्मेदारी से मुक्त किया गया है।
बता दें कि शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे के खिलाफ वरिष्ठ नेता एकनाथ शिंदे द्वारा की गई बगावत के बाद उद्धव ठाकरे को सीएम का पद छोड़ना पड़ा। जिससे महाराष्ट्र की तीन दिलों की महाविकास अघाड़ी सरकार 29 जून को गिर गई। इस सरकार में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस शामिल थे।