Maharashtra Election 2024:राज ठाकरे के बेटे की सीट पर रोचक मुकाबला,फडणवीस के रुख से बढ़ीं शिंदे सेना की मुश्किलें

Maharashtra Election 2024: माहिम विधानसभा सीट पर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के मुखिया राज ठाकरे ने अपने बेटे अमित ठाकरे को चुनाव मैदान में उतारा है।

Report :  Anshuman Tiwari
Update:2024-10-31 08:32 IST

Maharashtra Election 2024 (Social Media) 

Maharashtra Election 2024: महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में जिन सीटों पर सबकी निगाहें लगी हुई हैं,उनमें माहिम विधानसभा सीट भी शामिल है। इस विधानसभा सीट पर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के मुखिया राज ठाकरे ने अपने बेटे अमित ठाकरे को चुनाव मैदान में उतारा है। इस सीट पर शिवसेना के शिंदे गुट ने अपने मौजूदा विधायक सदा सरवणकर को टिकट दिया है। उद्धव सेना की ओर से महेश सावंत दोनों को चुनौती दे रहे हैं।

दूसरी ओर महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम और भाजपा के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस ने इस सीट पर राज ठाकरे के बेटे को समर्थन का संकेत दिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा इस सीट पर अमित ठाकरे का समर्थन करना चाहती है। भाजपा का यह रुख माहिम में शिंदे गुट की मुश्किलें बढ़ाने वाला साबित हो रहा है।

फडणवीस ने दिया समर्थन का संकेत

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के मुखिया राज ठाकरे ने खुद तो जीवन में एक भी चुनाव नहीं लड़ा है मगर इस बार उन्होंने अपने बेटे को चुनावी अखाड़े में जरूर उतार दिया है। ऐसे में माहिम की चुनावी जंग राज ठाकरे के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बन गई है। शिंदे गुट की ओर से अपने मौजूदा विधायक सदा सरवणकर को उतारे जाने से क्षेत्र में कड़े मुकाबले की संभावना जताई जा रही है मगर भाजपा के रुख से शिंदे सेना के विधायक की मुसीबतें बढ़ गई हैं।

फडणवीस ने बुधवार को कहा कि माहिम विधानसभा सीट पर हम राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे का समर्थन करना चाहते हैं। लोकसभा चुनाव के दौरान राज ठाकरे ने एनडीए को अपना समर्थन दिया था और ऐसे में भाजपा विधानसभा चुनाव में इसका इनाम देना चाहती है। फडणवीस के इस रुख से साफ हो गया है कि आने वाले दिनों में इस विधानसभा सीट पर बड़ा सियासी खेल भी हो सकता है।

शिंदे सेना ने दिया यह तर्क

फडणवीस ने कहा कि भाजपा और शिंदे सेना के बीच माहिम विधानसभा क्षेत्र में अमित ठाकरे के समर्थन के संबंध में सहमति बनी थी। हालांकि शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना की ओर से तर्क दिया गया था कि यदि पार्टी ने इस विधानसभा क्षेत्र में अपना उम्मीदवार नहीं उतारा तो पार्टी से जुड़े मतदाता शिवसेना के उद्धव को समर्थन दे सकते हैं।

महायुति में चर्चा के बाद होगा फैसला

हालांकि फडणवीस ने कहा कि भाजपा अभी भी अपने पुराने रुख पर कायम है और अमित ठाकरे को समर्थन देना चाहती है। उन्होंने कहा कि महायुति गठबंधन के नेताओं की बैठक में हम इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे और इस समस्या का समाधान खोजने का प्रयास करेंगे।

उन्होंने यह भी कहा कि राज्य में हर राजनीतिक दल को बागियों की समस्या से जूझना पड़ रहा है। भाजपा भी इसका अपवाद नहीं है और कुछ विधानसभा क्षेत्रों में बागी उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतर गए हैं। उन्होंने कहा कि हम आखिरी वक्त तक अपने बागी प्रत्याशियों को मनाने की कोशिश करेंगे ताकि पार्टी को सियासी नुकसान न उठाना पड़े।

तीनों सेनाओं के बीच हो रहा कड़ा मुकाबला

महाराष्ट्र में माहिम एक ऐसा विधानसभा क्षेत्र है जहां तीनों सेनाएं एक-दूसरे को चुनौती देने की कोशिश में जुटी हुई है। मनसे के अमित ठाकरे के अलावा शिंदे सेना ने अपने मौजूदा विधायक सदा सरवणकर को चुनाव मैदान में उतारा है तो उद्धव सेना ने महेश सावंत को चुनावी अखाड़े में उतार दिया है।

2019 के विधानसभा चुनाव के दौरान राज ठाकरे ने उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे के खिलाफ वर्ली विधानसभा सीट पर अपना प्रत्याशी नहीं उतारा था। 2019 में आदित्य ठाकरे को वर्ली सीट पर जीत हासिल हुई थी और वे इस बार फिर इसी सीट पर किस्मत आजमाने के लिए मैदान में उतरे हैं।

पहले माना जा रहा था कि उद्धव ठाकरे भी इस सीट पर अपना प्रत्याशी नहीं उतारेंगे मगर उन्होंने महेश सावंत को टिकट दे दिया है। शिवसेना यूबीटी के नेता संजय राउत का कहना है कि माहिम शिवसेना का गढ़ रहा है और इसलिए हमने इस सीट पर अपना प्रत्याशी उतारा है।

शिंदे के अगले कदम पर सबकी निगाहें

डिप्टी सीएम फडणवीस के बयान के बाद मुख्यमंत्री शिंदे के अगले कदम पर सबकी निगाहें लगी हुई है। शिंदे सेना की ओर से उतारे गए सदा सरवणकर 2014 और 2019 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर जीत हासिल कर चुके हैं। ऐसे में शिंदे सेना इस विधानसभा सीट पर अपनी मजबूत पकड़ मान रही है। दूसरी ओर भाजपा राज ठाकरे के बेटे का समर्थन करने की इच्छा जता रही है। राज ठाकरे के बेटे का समर्थन करके भाजपा मराठी मतदाताओं का समर्थन भी हासिल करना चाहती है।

ऐसे में यह देखने वाली बात होगी कि माहिम विधानसभा सीट को लेकर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे क्या फैसला लेते हैं। अगर उन्होंने अपना प्रत्याशी वापस नहीं लिया तो इस विधानसभा क्षेत्र में महाराष्ट्र की तीनों सेनाओं के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल सकता है।

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