नई दिल्ली: नोटबंदी के फैसले के खिलाफ पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी बुधवार को संसद भवन से राष्ट्रपति भवन तक मार्च निकाला। ममता ने कहा कि हमने राष्ट्रपति से अनुरोध किया है कि वह नोटबंदी के फैसले पर सरकार से बात करे ताकि देश में सामान्य स्थिति वापस आ सके। उन्होंने कहा कि पहले एटीएम का मतलब ‘ऑल टाइम मनी’ था, लेकिन अब ‘आएगा तब मिलेगा’ हो गया है।
इस मार्च में शिवसेना नेशनल कॉन्फ्रेंस और आम आदमी पार्टी ने हिस्सा लिया। इससे पहले संसद परिसर में टीएमसी नेताओं ने काले शॉल ओढ़कर सरकार के फैसले के खिलाफ प्रदर्शन किया। हालांकि इस मार्च में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल शामिल नहीं हुए।
बता दें कि इससे पहले सीएम केजरीवाल और ममता बनर्जी के बीच मंगलवार को नोटबंदी के मुद्दे पर लंबी चर्चा हुई थी। जेडीयू प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा कि सभी दलों को एक साथ राष्ट्रपति से मिलने के लिए समय लेना चाहिए था। हालांकि ममता ने सभी दलों से बात की थी।