West Bengal: गंगासागर मेले को लेकर ममता ने साधा मोदी सरकार पर निशाना, कुंभ के लिए केंद्र देता है पैसा मगर इस मेले के लिए नहीं

West Bengal: ममता बनर्जी ने कहा कि इस मेले के लिए सारी व्यवस्था पश्चिम बंगाल सरकार अपने खर्चे पर करती है। केंद्र की मोदी सरकार की ओर से इसके लिए कोई फंड नहीं दिया जाता।

Written By :  Anshuman Tiwari
Update:2024-01-10 12:03 IST

Mamata Banerjee  (photo: social media ) 

West Bengal: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की मुखिया ममता बनर्जी ने गंगासागर मेले को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से गंगासागर में आयोजित होने वाले वार्षिक मेले के लिए कोई आर्थिक मदद नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि कुंभ मेले के लिए केंद्र सरकार की ओर से पूरी मदद दी जाती है मगर गंगासागर मेले की उपेक्षा की जाती है।

उन्होंने कहा कि इस मेले के लिए सारी व्यवस्था पश्चिम बंगाल सरकार अपने खर्चे पर करती है। केंद्र की मोदी सरकार की ओर से इसके लिए कोई फंड नहीं दिया जाता। केंद्र सरकार के इस रुख से साफ है कि वह लगातार इस मेले की उपेक्षा करने में जुटी हुई है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकारी इस मेले को सफल बनाने के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ेगी।

कुंभ मेले के लिए मदद मगर इस मेले की उपेक्षा

दक्षिण 24 परगना जिले के सागरद्वीप से तीन दिवसीय दौरा समाप्त कर सुश्री बनर्जी बुधवार को महानगर के आउटट्रम घाट पहुंची और गंगासागर मेले का शुभारंभ किया। यह मेल 17 जनवरी तक चलेगा। इस मेले का काफी महत्व माना जाता है। यहां हर साल मकर संक्रांति पर देश भर से लाखों लोग सागरद्वीप में डुबकी लगाने के लिए पहुंचते हैं। मेले का शुभारंभ करते हुए ममता बनर्जी ने केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना भी साधा।

उन्होंने कहा कि की उत्तर प्रदेश में लगने वाले कुंभ मेले के लिए केंद्र सरकार की ओर से तीर्थ यात्रियों को काफी सुविधा दी जाती हैं और फंड भी जारी किया जाता है मगर गंगासागर मेले के लिए केंद्र सरकार की ओर से कोई मदद नहीं दी जाती। गंगासागर मेले का महत्व कुंभ मेले से काम नहीं है मगर केंद्र सरकार इस ओर कोई ध्यान नहीं देती। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार केंद्र से कोई सहायता नहीं मिलने के बावजूद इस वार्षिक आयोजन के लिए काम करती रहती है। तीर्थयात्रियों को सुविधाएं मुहैया कराने के लिए हम हमेशा प्रयास करते रहे हैं।

केंद्र ने नहीं दिया किसी भी पत्र का जवाब

ममता बनर्जी ने कहा कि गंगासागर मेला दुनिया के शानदार धार्मिक समागमों में से एक हैं। इसके लिए मैंने केंद्र को कई पत्र लिखे, यहां तक यूनेस्को से भी इसे लेकर पत्राचार किया था। उन्होंने कहा कि यह दुनिया के सबसे अच्छे मेलों में से एक हैं मगर पता नहीं केंद्र सरकार इसे मान्यता क्यों नहीं दे रही हैं। ममता बनर्जी ने कहा कि उनकी सरकार गंगा सागर द्वीप को मुख्य भूमि से जोड़ने के लिए एक पुल का निर्माण कर रही हैं। ममता बनर्जी ने 61 करोड़ रुपये की कई परियोजनाओं का उद्घाटन भी किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगासागर मेले को लेकर मैंने कई बार केंद्र सरकार को पत्र लिखा है मगर केंद्र सरकार की ओर से किसी भी पत्र का जवाब नहीं दिया गया। राज्य सरकार अपने स्तर से इस मेले का आयोजन कर रही है जबकि केंद्र सरकार ने आंखें मूंद रखी हैं। हर साल करीब एक करोड़ तीर्थ यात्री गंगासागर मेले में पहुंचते हैं मगर केंद्र सरकार की ओर से इस ओर तनिक भी ध्यान नहीं दिया जाता।

राष्ट्रीय मेला घोषित करने की मांग

ममता ने एक बार फिर केंद्र सरकार से गंगासागर मेले को राष्ट्रीय मेला घोषित करने की मांग उठाते हुए कहा कि इसके लिए वह पहले भी केंद्र से कई बार अनुरोध कर चुकी हैं, लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा। उन्होंने कहा कि गंगासागर जाने के लिए सुगम आवागमन को मुड़ी गंगा नदी पर पुल के लिए भी वह केंद्र को कई बार पत्र लिख चुकी हैं, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।

इसलिए अब राज्य सरकार खुद ही वहां पुल बनाएगी। इसपर करीब 10 हजार करोड़ रुपये खर्च होगा। इसके लिए डीपीआर तैयार हो रहा है। इसके लिए चरणबद्ध तरीके से काम किया जाएगा पुल बन जाने के बाद तीर्थयात्रियों के लिए यहां आना काफी सुविधाजनक होगा।

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