Mamta Banerjee : 22 जनवरी को ममता बनर्जी निकालेंगी सद्भावना रैली, बोलीं- प्राण प्रतिष्ठा नेताओं का काम नहीं

Mamta Banerjee: ममता बनर्जी ने राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा पर बोलते हुए कहा कि यह पुजारियों का काम है, न कि राजनेताओं का। हमारा काम राज्य को आधारभूत सुविधाओं से सुदृढ़ करना है।

Update: 2024-01-16 12:59 GMT

Mamata Banerjee  (photo: social media ) 

Mamta Banerjee: कांग्रेस जहां एक तरफ पूर्व से पश्चिम तक ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा‘ कर रही है तो वहीं दूसरी तरफ, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी 22 जनवरी को कोलकाता में सद्भावना रैली करेंगी। बता दें कि 22 जनवरी को ही अयोध्या में बन रहे राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। अब उसी दिन, पश्चिम बंगाल में सद्भावना रैली होने जा रही है। ममता बनर्जी ने राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा पर बोलते हुए कहा कि यह पुजारियों का काम है, न कि राजनेताओं का। हमारा काम राज्य को आधारभूत सुविधाओं से सुदृढ़ करना है।

टीएमसी सुप्रीमो और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि वह कालीघाट मंदिर में देवी काली की पूजा करने के बाद दक्षिण कोलकाता के हाजरा क्रॉसिंग से ‘सद्भाव रैली‘ शुरू करेंगी। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि 22 जनवरी को मैं कालीघाट मंदिर जाऊंगी, वहां पूजा करूंगी। जिसके बाद सभी धर्मों के लोगों के साथ एक सद्भावना रैली में शामिल होऊंगी।

यह पुजारियों का काम है, न कि राजनेताओं का

राज्य सचिवालय ने कहा कि इस कार्यक्रम का किसी अन्य कार्यक्रमों से कोई लेना-देना नहीं हैं। मुख्यमंत्री ने पार्टी के कार्यकर्ताओं से राज्य के सभी जिलों में रैली आयोजित करने को कहा है। ममता बनर्जी ने राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा पर बोलते हुए कहा कि यह पुजारियों का काम है, न कि राजनेताओं का। हमारा काम राज्य को आधारभूत सुविधाओं से सुदृढ़ करना है।

भारत जोड़ो न्याय यात्रा नागालैंड में

वहीं कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा का आज तीसरा दिन है। मंगलवार सुबह यात्रा नगालैंड की राजधानी कोहिमा के विसवेमा इलाके से शुरू हुई। राहुल गांधी ने स्थानीय लोगों से मुलाकात की और बाद में कोहिमा से अपनी यात्रा आगे बढ़ाई। राहुल गांधी ने एक अन्य कार्यक्रम में कहा ‘बीते साल हमने भारत जोड़ो यात्रा कन्याकुमारी से कश्मीर तक की थी और देश के लोगों, विभिन्न संस्कृतियों, विभिन्न धर्मों और अलग-अलग भाषाई लोगों को साथ लाने की कोशिश की थी। तभी हमें पूर्व से पश्चिम की यात्रा करने का भी विचार आया था।

अब प्राण प्रतिष्ठा को लेकर ममता बनर्जी के इस बयान के बाद राजनीति गरमाना तय है। जहां 22 जनवरी को अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह होने जा रहा है तो वहीं इसी दिन ममता बनर्जी सद्भावना रैली करेंगी।

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